शेयर बाजार में रिलायंस इंडस्ट्रीज का चार साल पुराना राज खत्म हो गया है. हाल ही में बाजार में कदम रखने वाली सरकारी कंपनी कोल इंडिया ने सबसे अधिक बाजार हैसियत वाली वाली कंपनी का रिलायंस इंडस्ट्रीज का तगमा झटक लिया.
आज स्थानीय शेयर बाजारों में तेजी के बीच कोल इंडिया के शेयर मूल्य में दो फीसद की बढ़ोतरी हुई और इसका बाजार मूल्य यानी प्रति शेयर कीमत के हिसाब से कुल बाजार मूल्य 2,51,296 करोड़ रुपये हो गया. यह मुकेश अंबानी की पेट्रोलियम कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) की बाजार हैसियत के मुकाबले 4,000 करोड़ रुपये अधिक रहा.
बंबई स्टाक एक्सचेंज (बीएसई) आरआईएल के शेयर में 0.55 फीसद की आंशिक गिरावट हुई और कंपनी का बाजार मूल्य 2,47,129 करोड़ रुपये रह गया.
मजे की बात है कि चार साल पहले आरआईएल ने सरकारी कंपनी ओएनजीसी को पछाड़ कर देश की सबसे अधिक मूल्यांकन वाली कंपनी का दर्जा हासिल किया और अब एक अन्य सरकारी कंपनी ने बाजार मूल्य के लिहाज से उसे दूसरे स्थान पर पहुंचा दिया है.
ओएनजीसी फिलहाल देश की तीसरी सबसे अधिक मूल्यांकन वाली कंपनी है जिसकी बाजार पूंजी 2,37,200 करोड़ रुपये है.
ब्रोकरों के अनुसार वित्तमंत्री प्रणव मुखर्जी के बयान से बाजार की धारणा कुछ सुधरी. इस बयान में मुखर्जी ने विश्वास जताया कि अच्छे मानसून से मुद्रास्फीति घटेगी. फिर भी ब्याज दर से जुड़ी कंपनियों के शेयर दबाव में बने रहे. मुद्रास्फीति जुलाई में आंशिक नरमी के साथ 9.22 प्रतिशत रही जो जून में 9.44 प्रतिशत थी. ऊंची मुद्रास्फीति से ब्याज दरों पर दबाव बनता है और कारपोरेट मार्जिन प्रभावित होता है. भारतीय रिजर्व बैंक मुद्रास्फीति पर नियंत्रण पाने के प्रयासों के तहत मार्च 2010 के बाद नीतिगत दरों में 11 बार वृद्धि कर चुका है.
मोतीलाल ओसवाल सिक्युरिटीज में एसोसिएट उपाध्यक्ष पराग डाक्टर ने कहा, ‘तकनीकी शेयरों की अगुवाई में सेंसेक्स 100 अंक से अधिक सुधरा. जबकि ब्याज दरों में और वृद्धि की आशंका में रीयल्टी, आटो तथा बैंकिंग क्षेत्र के शेयरों में गिरावट देखने को मिली जो ब्याज दर से जुड़े हैं.’
लिवाली समर्थन के चलते टीसीएस का शेयर 3.13 प्रतिशत, इन्फोसिस का शेयर 2.36 प्रतिशत, विप्रो का 1.03 प्रतिशत, आईटीसी का 2.05 प्रतिशत तथा एचयूएल का शेयर 1.84 प्रतिशत मजबूत हुआ. डीएलएफ के शेयर में गिरावट आज भी जारी रही जहां यह 6.03 प्रतिशत टूटा. प्रतिस्पर्धा आयोग ने डीएलएफ पर 630 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है. रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर भी कमजोर चल रहा है.
विदेशी बाजारों में हांगकांग तथा दक्षिण कोरिया के शेयर मजबूती में बंद हुए जबकि चीन, जापान, सिंगापुर तथा ताइवान के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई.