कांग्रेस और भाजपा को एक ही सिक्के के दो पहलू बताते हुए इंडिया अगेंस्ट करप्शन ने कहा कि दोनों ही पार्टियों की भ्रष्टाचार में बराबर की भागीदारी है और हमारा ऐसे दलों को सत्ता से उखाड़ फैंकने का लक्ष्य है.
‘इंडिया अगेंस्ट करप्शन’ के सदस्य अरविंद केजरीवाल ने संवाददाताओं से कहा कि केन्द्र में कांग्रेस के नेतृत्व वाली संप्रग सरकार और मध्यप्रदेश सरकार दोनों का चरित्र एक जैसा है और दोनों ही भ्रष्टाचार में डूबी हुईं हैं.
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ, उडीसा, तथा राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के अलावा मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रिलायंस कंपनी को 30 हजार करोड़ रुपये का फायदा पहुंचाने के लिये प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था.
प्रदेश की भाजपा सरकार पर भ्रष्टाचार को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि आईएएस अधिकारी से लेकर पटवारी और चपरासी तक के पास से करोडों रुपये नगद मिल रहे हैं.
उन्होंने कहा कि भाजपा के भ्रष्टाचार को लेकर प्रदेश के एक-एक गांव और शहरों के एक एक वार्ड में कार्यकर्ता तैयार किये जायेंगे जो जनता के बीच जाकर सरकार की कारगुजारियों को उजागर करेंगे.
एक प्रश्न के उत्तर में केजरीवाल ने कहा कि यदि केन्द्र सरकार भ्रष्टाचार को सदन में स्वीकृति देने के लिये विश्वास मत हासिल करेगी तो जनता उसका विरोध करेगी.
टीम अन्ना के बीच किसी प्रकार के मतभेद होने से इंकार करते हुए केजरीवाल ने कहा कि अन्ना हजारे ने जो राजनीतिक विकल्प देने की बात की है तो हम पूरी तरह उनके साथ हैं और यह सब उनके कहने से ही कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि जिस दिन अन्ना इस आंदोलन से अलग हो जायेंगे, उसी दिन में भी इससे अलग हो जाउंगा.
केजरीवाल ने कहा कि पिछले डेढ साल में हमने सब कुछ करके देख लिया, लोगों को चिट्ठिया लिखीं, सभी दलों के राजनेताओं से मिले, दो बार जिंदगी दांव पर लगा दी, लेकिन इसके बावजूद उनके द्वारा जनलोकपाल का समर्थन नहीं करने पर ही हमने राजनीति में आने का फैसला किया.
उन्होंने कहा कि राजनीतिक पार्टी के संबंध में आगामी दो अक्टूबर को घोषणा की जायेगी.
देश में चुनाव के लिये ईमानदार प्रत्याशियों की खोज के संबंध में पूछे जाने पर केजरीवाल ने कहा कि इस मामले में 15 हजार लोगों ने सुझाव भेजे हैं, जिन पर चर्चा की जा रही है. उन्होंने कहा कि लगभग सवा करोड़ की आबादी वाले देश में 543 ईमानदार प्रत्याशी मिल ही जायेंगे.
यह पूछे जाने पर कि उनके प्रत्याशियों को चुनाव लड़ने के लिये पैसा कहां से आयेगा, केजरीवाल ने कहा कि जिस प्रकार अन्ना हजारे का आंदोलन गांव-गांव तक पहुंचा है, उसमें यदि सभी लोग जुडेंगे तो चुनाव के लिये पैसे की जरुरत ही नहीं रहेगी.
केजरीवाल ने कहा कि मध्यप्रदेश में दो दिन पूर्व आंदोलन के दौरान 25 आंदोलनकारियों की गिरफ्तारी को देखते हुए उन्होंने मुख्यमंत्री निवास के घेराव की घोषणा की थी, लेकिन सरकार द्वारा इन कार्यकर्ताओं को छोड दिया गया है, इसलिये उन्होंने अपना आंदोलन स्थगित कर दिया.