अपने पार्टी नेताओं के कॉरपोरेट लॉबिस्ट नीरा राडिया से कथित तौर पर संबंध होने की एक मीडिया रिपोर्ट और इस पर कांग्रेस के हमलों के तुरंत बाद भाजपा ने अपने नेताओं का पुरजोर तरीके से बचाव किया और कहा कि न तो लालकृष्ण आडवाणी ने इस महिला से जुड़े किसी ट्रस्ट के कार्यक्रम में भाग लिया था और न ही पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी उसे जानते थे.
भाजपा ने पार्टी महासचिव अनंत कुमार से उस मीडिया संगठन के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने को कहा है जिसने अपनी खबर में उनके राडिया के साथ ‘घनिष्ठ व्यापारिक’ रिश्ते होने और विदेशी बैंकों में उनका धन जमा होने के आरोप लगाये हैं.
पार्टी के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने यहां अचानक बुलाये संवाददाता सम्मेलन में मीडिया रिपोर्ट में आयी बातों और कांग्रेस द्वारा लगाये गये आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया.
जेटली ने कहा कि इस मीडिया संगठन ने अनैतिक पत्रकारिता की है जिस पर तीखी प्रतिक्रिया और कार्रवाई करने की जरूरत है. इस खबर में एक ऐसे व्यक्ति की बात के आधार पर आरोप लगाये गये हैं जो हाल ही में जेल से रिहा हुआ है, जिसका उस महिला (नीरा राडिया) से व्यक्तिगत विवाद है और जो एक कांग्रेस नेता का करीबी है.
उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं के खिलाफ आरोप लगाते हुए इस मीडिया संगठन ने मूल तथ्यों को भी नहीं परखा. लिहाजा, हमने पार्टी महासचिव अनंत कुमार से तुरंत इस मीडिया संगठन के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने को कहा है.{mospagebreak}
जेटली ने कहा कि यह आरोप लगाया गया है कि राजग के शासनकाल के दौरान उस महिला :राडिया: से जुड़े एक ट्रस्ट को भूमि आवंटित की गयी, जबकि इसमें जरा भी सचाई नहीं है. पार्टी पर यह भी आरोप लगाया गया है कि वरिष्ठ नेता आडवाणी ने वर्ष 2002 में इस महिला से जुड़े वसंत कुंज स्थित एक ट्रस्ट के एक कार्यक्रम में भाग लिया था.
उन्होंने कहा कि हकीकत यह है कि आडवाणी ने तब पेजावर स्वामी के ट्रस्ट के शिलान्यास समारोह में भाग लिया था और स्वामी खुद यह कह चुके हैं कि आडवाणी पर लगे आरोप तथ्यात्मक रूप से गलत हैं. स्वामी के ट्रस्ट को जमीन संयुक्त मोर्चा की सरकार में आवंटित हुई थी और भाजपा नीत राजग सरकार का इस भूमि आवंटन से कोई लेना-देना नहीं था.
जेटली ने कहा कि जिस अवधि के दौरान कर्नाटक और महाराष्ट्र में एक कंपनी को लाभ पहुंचाने के लिये भाजपा द्वारा हेलीकॉप्टर खरीदे जाने की बात कही गयी है, तब पार्टी की इन प्रदेशों में सरकार ही नहीं थी.
उन्होंने पार्टी अध्यक्ष का भी बचाव करते हुए कहा कि नितिन गडकरी पर उस महिला के लिये एक कंपनी को महाराष्ट्र में बढ़ावा देने का आरोप लगा है जबकि गडकरी हालिया विवाद सामने आने से पहले तक इस महिला को जानते भी नहीं थे. जिस अवधि के संदर्भ में गडकरी पर आरोप लगाये गये हैं तब वह महाराष्ट्र में विपक्ष के नेता थे.