scorecardresearch
 

कांग्रेस ने दिया संकेत, कैग में नहीं होगा बदलाव

कांग्रेस ने नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) के बारे में केन्द्रीय मंत्री वी नारायणसामी की टिप्पणी को लेकर उठे विवाद से निकलने का प्रयास करते हुए सोमवार को संकेत दिया कि सरकार कैग के संस्थागत ढांचे में बदलाव के लिए कदम नहीं उठायेगी.

Advertisement
X
संदीप दीक्षित
संदीप दीक्षित

कांग्रेस ने नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) के बारे में केन्द्रीय मंत्री वी नारायणसामी की टिप्पणी को लेकर उठे विवाद से निकलने का प्रयास करते हुए सोमवार को संकेत दिया कि सरकार कैग के संस्थागत ढांचे में बदलाव के लिए कदम नहीं उठायेगी.

पार्टी प्रवक्ता संदीप दीक्षित ने यहां संवाददाताओं से बातचीत करते हुए इस बात को गलत बताया कि मौजूदा नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक विनोद राय संत्तारूढ गठबंधन के लिए गले की हड्डी बन गये हैं. उनका कहना था कि कैग सरकार का ‘सहयोगी’ है.

यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार कैग में बदलाव करने पर विचार कर रही है दीक्षित ने कहा, ‘मैं नहीं समझता कि सरकार एक व्यक्ति की गतिविधियों के आधार पर संस्थागत उपाय करेगी.’ उन्होंने कहा कि नारायणसामी पहले ही यह स्पष्ट कर चुके हैं कि उनकी बातों को गलत ढंग से पेश किया गया और गलत समझा गया तथा ‘मंत्री ने जो कहा उस पर शक करने का मुझे कोई कारण नजर नहीं आता.’ कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि कैग सरकार का सहयोगी है. यह सरकार का एक अभिन्न हिस्सा है. कैग किसी के लिए गले की हड्डी नहीं है. यह अपनी राय देता है. सही या गलत. उसे विचार के लिए लोक लेखा समिति को भेज दिया जाता है.

उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से कैग ने कुछ रिपोर्ट दी है जिससे यह धारणा बनी कि कैग और सरकार के बीच कुछ खटपट है. दीक्षित ने साथ ही यह स्पष्ट किया कि कांग्रेस का इस मामले में अभी कोई रूख नहीं है और इस बारे में सरकार को निर्णय करना है. संविधान में कैग की व्यवस्था है. शुंगलू समिति ने इसे बहु सदस्यीय बनाने की सिफारिश की है. यह सरकार पर है कि वह इस सिफारिश पर विचार करे या न न करे.

Advertisement
Advertisement