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कांग्रेस का आरोप रामदेव और अन्ना संघ परिवार के मुखौटे

रामदेव और अन्ना हजारे को अस्थिर करने वाली ताकतों का मुखौटा करार देते हुए कांग्रेस ने आरोप लगाया कि दक्षिण प्रतिक्रियावादी और वाम अराजकतावादी ताकतों द्वारा संयुक्त रूप से राष्ट्रीय विध्वंस का षडयंत्र किया गया है.

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अन्ना हजारे
अन्ना हजारे

रामदेव और अन्ना हजारे को अस्थिर करने वाली ताकतों का मुखौटा करार देते हुए कांग्रेस ने आरोप लगाया कि दक्षिण प्रतिक्रियावादी और वाम अराजकतावादी ताकतों द्वारा संयुक्त रूप से राष्ट्रीय विध्वंस का षडयंत्र किया गया है.

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कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने संवाददाताओं से कहा कि पिछले दस महीने से सरकार की स्थिरता को कमजोर करने की सुनियोजित प्रयास किये गये है.

उन्होंने कहा कि विध्वंस के इस षड्यंत्र में दक्षिण प्रतिक्रियावादी और वाम अराजकतावादी ताकतें एकजुट हो गयी हैं. उन्होंने कहा कि यह सब चार कारणों से हो रहा है जिनमें समझौता एक्सप्रेस की जांच में आरएसएस से जुड़े लोगों पर उंगली उठने के बाद संघ परिवार की घबराहट और 2002 के गुजरात दंगों में नरेन्द्र मोदी के खिलाफ बढ़ते सूबूत शामिल हैं.

उन्होंने कहा कि इनके अलावा जो दो कारण हैं वह हैं प्रधानमंत्री पद के भाजपा उम्मीदवार की हताशा और स्थिति का फायदा उठाने का वाम विचारधारा का प्रयास.

कांग्रेस प्रवक्ता ने सवाल किया कि क्या हम सरकार की स्थिरता और संविधान के बुनियादी ढांचे से समझौते की इजाजत देने जा रहे हैं.

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पार्टी महासचिव बी के हरि प्रसाद ने भी कुछ इसी तरह की बातें कहीं. उन्होंने लालकृष्ण आडवाणी पर लगातार दो चुनावों में पराजित होने के बाद अन्ना हजारे और रामदेव को ‘विपक्ष की भूमिका के लिए आउटसोर्स’ किया है. उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री बनने के लिए भाजपा के बुजुर्ग नेता जल्दबाजी में हैं.

हरि प्रसाद ने गांधीवादी अन्ना हजारे पर निशाना साधते हुए कहा, ‘वह आरएसएस और संघ परिवार का मुखौटा हैं और बाबा रामदेव से बेहतर नहीं हैं. ये उनका सत्याग्रह नहीं बल्कि सत्ता के लिए आग्रह है.’

कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि जो लोग सत्ता में आने का ख्वाब देख रहे हैं उन्हें मुखौटों के जरिये नहीं मतपत्रों के जरिये लड़ना होगा. उन्होंने कहा, ‘अगर वे सोचते हैं कि मुखौटों को आगे कर वे सत्ता की लड़ाई जीत जायेंगे तो यह एक बहुत बड़ी भूल होगी.’ तिवारी ने रामदेव और अन्ना हजारे दोनों पर हमला बोलते हुए कहा कि वह रवैया काम नहीं करता कि सिर्फ उन्ही की बात मानी जाये और वह अनभिज्ञता एवं अहंकार के मिश्रण पर कोई टिप्पणी करना नहीं चाहेंगे.

यह पूछे जाने पर कि जब सरकार इस बात से सहमत है कि रामदेव आरएसएस के मुखौटा है तो फिर उसने अपने चार वरिष्ठ मत्रियों को उनकी आगवानी के लिए हवाई अड्डा क्यों भेजा, तिवारी ने कहा कि रामदेव को यह बताने के लिए प्रयास किया गया कि उनके द्वारा उठाये जा रहे मुद्दों पर सरकार पहले से ही कार्रवाई कर रही है.

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लोकपाल के मुद्दे को लेकर अन्ना हजारे का सरकार पर किये गये हमले के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि सरकार ने उदारता और संवेदनशीलता दिखाई है जिसका सम्मान किया जाना चाहिए.

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