पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी को क्लीनचिट देने के लिए भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए कांग्रेस ने कहा कि यह आश्चर्यजनक है कि शिकायतकर्ता और न्यायाधीश दोनों ही एक पक्ष के हैं.
कांग्रेस नेता और सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने कहा, ‘यह आश्चर्यजनक प्रक्रिया है और अविश्वसनीय व्यवस्था है जहां सूचना देने वाला, जांच करने वाला और न्यायाधीश सभी एक ही पक्ष से हैं.’
गौरतलब है कि मंगलवार को भाजपा के कोर ग्रुप ने नितिन गडकरी का समर्थन करते हुए कहा था कि कंपनी के संचालन के मामले में गडकरी ‘कानूनी या नैतिक रूप से किसी गलत कार्य में जुड़े नहीं पाये गए हैं.
पार्टी ने कहा था कि उसका मानना है कि गडकरी विभिन्न कंपनियों के वित्तीय लेनदेन में प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से शामिल नहीं है.
तिवारी ने इंडिया एगेंस्ट करप्शन के अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि इनकी कार्यप्रणाली भाजपा से मिलती जुलती है और जो अपने को सामाजिक कार्यकर्ता बताते हैं, उन्हें ऐसी ही स्थिति और सवालों का सामना करना पड़ रहा है.
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘उल्लेखनीय है कि जो खुद के सामाजिक कार्यकर्ता होने का दावा करते हैं, उनके तौर तरीकों पर सवाल उठते हैं और जब भाजपा से सवाल पूछे जाते हैं तब दोनों की व्याख्या की प्रक्रिया मिलती जुलती है.’
तिवारी ने कहा कि गडकरी पर लग रहे आरोप भाजपा के भीतर संघर्ष का परिणाम है. भाजपा अध्यक्ष के बारे में जो सवाल पूछे जा रहे हैं, वह पार्टी के आंतरिक संघर्ष का नतीजा हैं. जो लोग आपने आप को सामाजिक कार्यकर्ता बताते हैं, वे भाजपा की बी टीम का हिस्सा हैं.’
कांग्रेस के शासनकाल में अफजल गुरू और अजमल कसाब को दंडित नहीं करने के शिवसेना के बयान के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘सभी बातों पर प्रतिक्रिया नहीं व्यक्त की जाती है. कांग्रेस पार्टी और संप्रग सरकार को आतंकवाद से मुकाबला करने के बारे में किसी से सीखने की जरूरत नहीं है.’