महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण का इस्तीफा स्वीकार किया जाना तय माना जा रहा है, लिहाजा नए मुख्यमंत्री के नाम पर कयास भी तेज हैं.
महाराष्ट्र में सियासी सरगर्मी जोरों पर है. मुंबई में कांग्रेस-एनसीपी की समन्वय समिति बैठक तो हुई पर बात क्या हुई बंद दरवाजे से बाहर नहीं आयी. लेकिन एनसीपी के उपमुख्यमंत्री पद में भी मुख्यमंत्री के साथ बदलाव की बात जोरों पर है. वैसे इशारों में एनसीपी इस मौके को कांग्रेस के खिलाफ इस्तेमाल कर रही है.
वैसे मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में सुशील कुमार शिंदे का नाम है, जो कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री हैं और इस समय यूपीए सरकार में केन्द्रीय मंत्री हैं. ये दलित नेता हैं, पर स्थानीय स्तर पर इनका गणित ठीक नहीं है. दूसरा नाम पृथ्वीराज चव्हाण का है, जो कि गांधी परिवार के खास हैं. ये चव्हाण की जगह चव्हाण के फार्मूले पर फिट बैठते हैं, पर स्थानीय राजनीति का कम अनुभव इनके आड़े आता है.
तीसरा नाम विलासराव देशमुख का है जो कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री हैं, मौजूदा केन्द्रीय मंत्री हैं पर सहयोगी दलों का विरोध इनकी दावेदारी के आड़े आता है. चौथा नाम नारायण राणे का है. ये मुख्यमंत्री बनने ही कांग्रेस में आए थे, पर कांग्रेस से बगावत और विरोधी तेवर इनके सबसे बड़े दुश्मन हैं.
वैसे मुकुल वासनिक का नाम भी मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए चल रहा है. इनकी ताकत है दलित होना और युवा होना, पर इनके साथ दिक्कत ये है कि मुकुल मुख्यमंत्री बनते हैं, तो छगन भुजबल को उपमुख्यमंत्री पद छोड़ना होगा, ताकि दलित-मराठा के संतुलन को बरकरार रखा जा सके.