पिछले हफ्ते किए गए अपने सद्भावना उपवास से उत्साहित गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर हमला तेज करते हुए उसपर आरोप लगाया कि वह राजभवन के जरिए उनकी सरकार को हटाने की साजिश कर रही है. उधर, प्रदेश भाजपा ने राज्यपाल डा. कमला बेनीवाल को वापस बुलाने की मांग को लेकर एक प्रस्ताव पारित किया.
शहर के बाहरी हिस्से में स्थित वस्त्रोल में एक बड़ी रैली को संबोधित करते करते हुए मोदी ने कहा, ‘कांग्रेस पिछले तीन वर्षों से राजभवन का इस्तेमाल राज्य में समानांतर सरकार चलाने के लिए पिछले दरवाजे से घुसने के लिए किया है.’ मोदी ने कहा, ‘यह बड़ी रैली मेरी सरकार के खिलाफ रची गई साजिश के विरोध में है राज्यपाल ने पद की गरिमा खो दी है.’ उन्होंने राज्यपाल को वापस बुलाने की मांग की.
उन्होंने कहा, ‘हम राज्यपाल कार्यालय की गरिमा और सम्मान को बरकरार रखने के लिए उसके द्वारा साल 2009 से किए गए अन्याय के खिलाफ चुप रहे.’ कांग्रेस पर करारा प्रहार करते हुए मोदी ने कहा कि लगातार प्रयास करने के बावजूद कांग्रेस राज्य में सत्ता में आने में विफल रही है. मोदी ने आरोप लगाते हुए कहा, ‘साल 2004 में संप्रग सरकार के सत्ता में आने के महज 24 घंटे के भीतर कांग्रेस ने कहा था कि मोदी को अपना बोरिया बिस्तर बांध लेना चाहिए क्योंकि केंद्र यहां राष्ट्रपति शासन लगाएगा. तब से वे मेरी सरकार को हटाने का प्रयास कर रहे हैं.’
राज्य सरकार की अनदेखी करके न्यायमूर्ति आर ए मेहता को लोकायुक्त नियुक्त किए जाने के बाद से मोदी सरकार और राज्यपाल के बीच टकराव चल रहा है. राज्यपाल ने विधानसभा द्वारा विगत तीन वर्षों में पारित कम से कम पांच विधेयकों को वापस लौटाया है. मोदी सरकार ने उनके फैसले को उच्च न्यायालय में चुनौती दी है. मोदी ने कहा, ‘कांग्रेस विगत 20 वर्षों से गुजरात की जनता को प्रभावित नहीं कर सकी है और वे सत्ता से बाहर बने हुए हैं. इसलिए अब वे राजभवन का इस्तेमाल कर समानांतर सरकार चलाने का प्रयास कर रहे हैं.’ उन्होंने कहा, ‘क्या किसी राज्य में दो सरकार हो सकती है. अगर किसी राज्य में दो सरकारें होंगी तो क्या होगा. लोग कहां जाएंगे.’