बिहार के नालंदा जिले में नूरसराय थाना क्षेत्र में कल महिलाओं समेत स्थानीय ग्रामीणों पर पुलिस के कथित बर्बर लाठी चार्ज की घटना को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसकी जांच के आदेश दिये.
मुख्यमंत्री ने नूरसराय थाना क्षेत्र में पुलिस के कथित बर्बर लाठी चार्ज के संबंध में समाचार चैनलों के टीवी फुटेज को देखकर पुलिस मुख्यालय के अपर महानिदेशक राज्यवर्धन शर्मा को जांच के आदेश दिये और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा.
नीतीश कुमार ने शर्मा को घटनास्थल पर जाकर जांच करने और पूरे मामले के बारे में रिपोर्ट देने को कहा है.
उन्होंने टीवी फुटेज के आधार पर दोषी पुलिसकर्मियों की पहचान कर उन्हें निलंबित करने और दोषियों के खिलाप कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश दिया.
पुलिस अधीक्षक जितेंद्र राणा ने इस घटना के संबंध में पुलिसकर्मी नागेश्वर और होमगार्ड जवान विभूति भा को निलंबित कर दिया. लाठीचार्ज के कारण करीब एक दर्जन महिलाएं कथित तौर पर घायल हुई थी और पथराव में कई पुलिसकर्मियों को भी चोट आयी थी.
चंडासी गांव के लोग बीते 25 अगस्त से लापता सुषमा कुमारी नामक महिला के मामले में पुलिस के पास जांच कार्य की प्रगति की जानकारी लेने थाना पहुंचे थे. स्थानीय लोगों ने पुलिस की निष्क्रियता से नाराज होकर थाने पर पथराव किया जिसके बाद पुलिस ने लोगों पर कथित तौर पर बर्बरता से लाठी चार्ज किया. सुषमा कुमारी के पति रामबालक कुमार का आरोप है कि थाने के ही दारोगा अशोक सिंह ने अन्य लोगों के साथ मिलकर उसकी पत्नी की हत्या कर शव का गायब कर दिया है. पुलिस इस मामले में सहयोग नहीं कर रही है.
उल्लेखनीय है कि नालंदा मुख्यमंत्री का गृह जिला है और इस घटना ने काफी तूल पकड़ लिया है.