पुलिस ने शनिवार को 17 वें करमापा उग्येन त्रिणले दोर्जी समर्थित एक ट्रस्ट के कार्यालयों में तलाशी जारी रखी तथा सात करोड़ रुपये मूल्य से अधिक की विदेशी मुद्रा जब्त किये जाने के बारे में करमापा से पूछताछ की.
हिमाचल प्रदेश के पुलिस महानिदेशक डी एस मिनहास ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ सिधबारी के पास स्थित ग्यातो मठ और आश्रम की कल शाम छानबीन की और करमापा से पूछताछ की.
मिनहास ने बताया कि जब्त की गई विदेशी मुद्रा के बारे में करमापा से पूछताछ की गई और जैसी उम्मीद थी उन्होंने बताया कि इन्हें भेंट के जरिये प्राप्त किया गया था. उन्होंने बताया कि करमापा को न तो गिरफ्तार किया गया है और न ही वह नजरबंद हैं.
कर्मा गार्चेन ट्रस्ट के कार्यालयों में आज तलाशी जारी रही और अब तक दो दर्जन से अधिक देशों की सात करोड़ रुपये मूल्य की विदेशी मुद्रा जब्त की जा चुकी है.
इनमें चीन, ताईवान, जापान, दक्षिण कोरिया, ब्रिटेन, अमेरिका, आस्ट्रेलिया, जर्मनी की मुद्रा शामिल है.
एमबल ने कहा ‘‘हम बैंक ग्राहकों की गोपीनीयता बनाए रखना चाहते हैं लेकिन इसका मतलब नहीं है कि हम करचारों को बचाना चाहते हैं. स्वीट्जरलैंड में ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है जिसके जरिये आप कर चुकाने से बच जाएं.’
उन्होंने कहा ‘यदि भारतीय अधिकारी कर चोरी के सबूत देते हैं तो हम उनके साथ सहयोग को तयार रहेंगे. हम उन्हें प्रशासनिक सहायता देंगे.’ समझौता के बाद किसी ठोस बदलाव के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा ‘यह सब कुछ नहीं बदल देगा. हमारे पास न्यायिक और प्रशासनिक सहायता देने के लिए पहले से ही बेहतर विधिक ढांचा हैं. लेकिन इसके अमल में आने से इसमें और सुधार आएगा.’