पूर्व राष्ट्रपति ए. पी. जे. अब्दुल कलाम ने कहा है कि भ्रष्टाचार को जड़ से उखाड़ फेंकना भारत के लिए बड़ी चुनौती है जिससे वह फिलहाल जूझ रहा है. उन्होंने कहा कि देश की राजनैतिक-नौकरशाही-न्यायिक व्यवस्था को अविलंब ‘कीमोथेरेपी’ की जरूरत है ताकि वह देश को निगल रहे ‘‘कैंसर जैसी स्थिति’’ से बाहर आ सके.
हाल ही में अपनी दुबई यात्रा के दौरान उन्होंने ‘गल्फ न्यूज’ से कहा कि भारत की राजनैतिक-नौकरशाही-न्यायिक व्यवस्था को एक कैंसर जैसी स्थिति निगल रही है, विकास के लिए यह बहुत नुकसानदेह है. देश को इस वक्त वाकई कीमोथेरेपी की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार मुक्त भारत बनाना बहुत बड़ी चुनौती है. मैं युवा शक्ति को इसके हल के रूप में देखता हूं. मैं यह कर सकता हूं कि हम यह कर सकते हैं, भारत यह कर लेगा. हमारी यही भावना होनी चाहिए.
कलाम ने कहा कि अगर स्थिति ऐसी ही बनी रही तो हम लोगों को सड़कों पर उतरने से नहीं रोक पाएंगे और उसका परिणाम भयावह होगा. ऐसे वक्त पर जब भारत एक विकसित देश बनने के रास्ते पर है वह ऐसे किसी भी विरोध को नहीं झेल सकता.