26/11 की दूसरी बरसी पर एक तरफ़ मुंबई हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि दी जा रही है तो दूसरी तरफ़ दिल्ली और मुंबई समेत पूरे देश में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. केंद्रीय गृहमंत्रालय ने इसके लिए ख़ास निर्देश जारी किए हैं.
आज की तारीख दो साल पहले हुए उस बर्बर आतंकी हमले की याद दिलाती है, जिसने मुंबई का सीना चाक कर दिया था. हमले की बरसी को देखते हुए पूरे देश को हाई अलर्ट कर दिया गया है.
ख़ुफ़िया एजेंसियों से मिली जानकारी के मद्देनज़र केंद्रीय गृहमंत्रालय ने सुरक्षा कड़ी करने के निर्देश दिए हैं. देश के सभी राज्यों में सुरक्षाबलों की तैनाती बढ़ा दी गई है. दिल्ली और मुंबई में ख़ास चौकसी बरती जा रही है.
सार्वजनिक जगहों, बाज़ारों और धार्मिक स्थलों पर पुलिस और सुरक्षाबलों की पैनी नज़र है. भीड़-भाड़ वाली जगहों की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे और मेटल डिटेक्टर्स के ज़रिए की जाएगी. समुद्री रास्तों पर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है.
26/11 के हमलावर, समुद्र के रास्ते ही मुंबई में दाख़िल हुए थे. हाल के दिनों में ऐसी कई ख़ुफ़िया जानकारियां मिली हैं कि 26/11 की बरसी पर पाकिस्तानी आतंकवादी भीड़ वाली जगहों पर गड़बड़ी फैला सकते हैं. ऐसी जगहों में दिल्ली का पालिका बाज़ार भी हो सकता है.
दो हफ़्ते पहले एक विदेशी ख़ुफिया एजेंसी ने भी चेतावनी दी थी कि लश्कर ए तैयबा मुंबई में 26/11 जैसा हमला कर सकता है.
इस बीच अमेरिका ने पाकिस्तान से कहा है कि वो जल्द से जल्द मुंबई हमले के आरोपियों को सज़ा दिलवाए. जबकि भारत ने आरोपियों की आवाज़ का सैंपल मांगा है और कहा है कि पाकिस्तान आतंकियों पर कार्रवाई के लिए समय-सीमा तय करे.