आजादी के जश्न में झमाझम बारिश से आम लोगों के जोश में भले ही कुछ कमी दिखाई दी हो, लेकिन देश के ‘सच्चे प्रहरी’ सुरक्षाकर्मी मुख्य समारोह स्थल लाल किले पर पूरे हौसले के साथ मुश्तैद रहे.
लाल किले पर सुरक्षा की जिम्मेदारी दिल्ली पुलिस के साथ ही सेना और अर्धसैनिक बलों के जवानों ने संभाल रखी थी. इसमें कई जवान ऐसे थे, जो बीते कई दिनों से तैनात रहे. बीती रात शुरू हुई झमाझम बारिश के बावजूद ये लोग अपने स्थान से तनिक भी नहीं डिगे.
सेना के एक जवान जगदीश तेजी भी इन्हीं में से एक हैं. कर्नाटक से ताल्लुक रखने वाले तेजी ने कहा कि मैं बीते एक सप्ताह से यहां तैनात हूं. हमारी कोशिश हमेशा यही रहती है कि सुरक्षा में किसी तरह की चूक नहीं हो.
यह पूछे जाने पर कि तेज बारिश की वजह से किसी तरह की परेशानी महसूस हुई तो तेजी ने कहा कि देखिए, हम अपने लोगों की सुरक्षा के लिए तैनात हैं. बारिश या तूफान से मेरे उपर कोई असर नहीं पड़ने वाला है. हर परिस्थिति में हम अपना फर्ज निभाएंगे.
स्वतंत्रता दिवस समारोह में सुरक्षा की बुनियादी जिम्मेदारी दिल्ली पुलिस के कंधों पर थी. इसके लिए पुलिस के सैकड़ों जवान लाल किला और इसके आसपास के इलाकों में तैनात थे. दिल्ली पुलिस में पिछले साल भर्ती होने वाले 20 साल के अंचल यादव कहते हैं कि यह मेरे लिए पहला अनुभव था. इस बात को लेकर मैं उत्साहित था कि पहली बार लाल किला में तैनाती होगी. इतनी बारिश हुई है, लेकिन मैं पिछली रात से तैनात हूं. मेरे लिए सीखने और हौसला बढ़ाने वाला अनुभव है.
यादव ने कहा कि हमें आदेश मिला था कि हर पल मुश्तैद रहा जाए और हमने ऐसा ही किया. आप देख सकते हैं कि इतनी बारिश के बावजूद बड़े-बड़े अधिकारी और जवान पूरे हौसले के साथ के साथ अपना काम कर रहे हैं.