फिरोजशाह कोटला की पिच से पर्याप्त मदद नहीं मिलने के बावजूद वेस्टइंडीज के तीन विकेट लेने वाले भारतीय स्पिनर प्रज्ञान ओझा ने कहा कि उन्होंने केवल बेसिक्स पर ध्यान दिया तथा लाइन और लेंथ से गेंदबाजी की.
ठीक एक साल बाद टेस्ट मैच खेलने वाले बायें हाथ के इस स्पिनर ने इसके साथ ही कहा कि उन्हें काउंटी में खेलने का भी फायदा मिला जिससे वह गेंदबाज के रूप में काफी सुधार करने में सफल रहे. ओझा ने पहले दिन का खेल समाप्त होने के बाद कहा, ‘गेंदबाजों को विकेट से ज्यादा मदद नहीं मिल रही थी और ऐसे में मैंने लाइन एवं लेंथ से गेंदबाजी करने पर ध्यान दिया. मैंने एक लाइन से गेंद की. इस तरह के विकेट पर सही एरिया में गेंद करना और धर्य बनाये रखना जरूरी होता है.’
उन्होंने इसके साथ ही कहा कि मैच बढ़ने के साथ ही विकेट धीरे खेलेगा. ‘मुझे लगता है कि विकेट आगे धीमा होता जाएगा. हमारी कोशिश कल जल्द से जल्द से उनके बाकी बचे पांच विकेट लेने की कोशिश करेंगे.’ ओझा ने इससे पहले अपना अंतिम टेस्ट मैच पिछले साल न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था. टीम से बाहर रहने के दौर में मदद के लिये उन्होंने अनिल कुंबले, वीवीएस लक्ष्मण, राहुल द्रविड़ और हरभजन सिंह का भी आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा, ‘मैं तब भी सकारात्मक बना रहा. अनिल भाई, भज्जी, राहुल, वीवीएस सभी ने मुझे काउंटी में खेलने की सलाह दी. मेरा वहां का अनुभव बहुत अच्छा रहा जिसका मुझे अब फायदा मिल रहा है. इसके बाद मैंने ईरानी ट्राफी में भी वेरीएशन पर ध्यान दिया.’
ओझा ने टेस्ट टीम की तरफ से बाहर किये जाने के बाद काउंटी टीम र्से की तरफ से कुछ प्रथम श्रेणी मैच खेले. उन्होंने डर्बीशर के खिलाफ एक मैच में दस विकेट भी लिये. वेस्टइंडीज की तरफ से शतक जड़ने वाले बायें हाथ के बल्लेबाज शिवनारायण चंद्रपाल के साथ मुकाबले और उनके अजीब स्टांस के बारे में ओझा ने कहा कि उन्होंने इस महान खिलाड़ी को गेंदबाजी करने का पूरा लुत्फ उठाया.
ओझा ने कहा, ‘चंद्रपाल महान खिलाड़ियों में शामिल हैं. विकेट से उन्हें मदद मिल रही थी और उन्होंने बहुत अच्छी पारी खेली. उनका स्टांप नहीं बल्कि उनका अनुभव महत्व रखता है. एक दो बारे मुझे उन्हें आउट करने के आधे मौके मिले लेकिन कुल मिलाकर मैंने इस लीजेंड के खिलाफ गेंदबाजी का पूरा मजा लिया.’
युवा बल्लेबाज क्रेग ब्रेथवेट के बारे में ओझा ने कहा कि उन्होंने किसी भी तरह का जोखिम नहीं उठाया. ‘उसने केवल विकेट पर टिके रहने पर ध्यान दिया और किसी तरह का खतरनाक शाट नहीं खेला.’ ओझा ने इसके साथ ही बताया कि सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर की चोट गंभीर नहीं है. चंद्रपाल के स्वीप शाट पर शार्ट लेग पर खड़े गंभीर के हाथ में चोट लग गयी थी. ओझा ने कहा, ‘उनकी चोट गंभीर नहीं है. वह ठीक हैं.’