दिल्ली की एक अदालत ने पूर्व थलसेना प्रमुख जनरल वी के सिंह द्वारा आपराधिक मानहानि मामले में व्यक्तिगत रूप से पेश होने से स्थायी छूट की मांग करते हुए अलग आवेदन करने पर उनकी खिंचाई की और उन्हें ‘सख्त कार्रवाई’ किए जाने की चेतावनी दी.
मानहानि का यह मामला सेवानिवृत्त ले. जनरल तेजिन्दर सिंह ने दायर कर रखा है.
मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट जय थरेजा ने कहा कि इस तरह का आवेदन दायर करके वी के सिंह अदालत पर काम का बोझ बढ़ा रहे हैं और उन्हें स्थायी छूट के लिए उसी समय अनुरोध करना चाहिए था जब मामले में आरोपी चार मौजूदा सैन्य अधिकारियों ने अदालत से ऐसा ही अनुरोध किया था.
अदालत ने सिंह के वकील से कहा, ‘मैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करूंगा. आप यह आवेदन अब दे रहे हैं. आपको यह आवेदन अन्य आरोपियों के साथ ही आवेदन करना चाहिए था.’ न्यायाधीश ने कहा, ‘आप मेरा काम बढ़ा रहे हैं. अब मुझे इस आवेदन पर अलग से आदेश देना होगा.’
उल्लेखनीय है कि ले. जनरल (सेवानिवृत्त) तेजिन्दर सिंह ने वी के सिंह, उप थलसेना प्रमुख एस के सिंह, ले. जनरल बी एस ठाकुर, मेजर जनरल एस एल नरसिम्हन और कर्नल हितेन साहनी के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर कर रखा है.