शांति कायम होने के चलते पूरी कश्मीर घाटी से करीब एक सप्ताह बाद रविवार को कर्फ्यू हटा लिया गया, लेकिन श्रीनगर के कुछ क्षेत्रों के अलावा बारामूला, अनंतनाग और पुलवामा जिले में निषेधाज्ञा लागू कर दी गयी है.
अधिकारियों ने कहा कि हालात आमतौर पर शांतिपूर्ण हैं. सिर्फ कुछ छोटे समूहों के बाहर निकलकर नारे लगाने और सुरक्षा बलों पर पथराव करने की घटनाएं हुई हैं. कश्मीर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक फारूक अहमद ने कहा, ‘‘घाटी से कर्फ्यू हटा लिया गया है. बहरहाल, शहर के कुछ क्षेत्रों और कुछ अन्य जिलों में निषेधाज्ञा लागू है.’’
प्रशासन ने उत्तरी कश्मीर के सोपोर में सुबह सात से 11 बजे के बीच कर्फ्यू में ढील दी थी, लेकिन कोई भी अप्रिय घटना नहीं होने के बाद इस ढील को अनिश्चितकाल तक के लिये विस्तार दे दिया गया. सैयद अली शाह गिलानी के नेतृत्व वाले हुर्रियत कांफ्रेंस के कट्टरपंथी धड़े के बंद के आह्वान के बावजूद दुकानें खुली रहीं.{mospagebreak}कुछ युवक श्रीनगर के मैसूमा और नौहटा क्षेत्रों में बाहर निकल आये जिन्हें पुलिस ने खदेड़ दिया. पुलवामा, अनंतनाग और बारामुला जिले में लोगों के इकट्ठा होने पर बंदिश लागू कर दी गयी है. वहीं, श्रीनगर के अंदरूनी हिस्सों मैसुमा, बटमालू और नौहटा में भी निषेधाज्ञा है.
प्रशासन ने मीडियाकर्मियों की आवाजाही पर से प्रतिबंध हटा लिया है. इसके बाद भी स्थानीय अखबार लगातार चौथे दिन नहीं प्रकाशित हो सके. कुछ संगठनों ने आरोप लगाया कि कर्फ्यू पास पर्याप्त मात्रा में जारी नहीं किये गये. मीडियाकर्मियों ने शनिवार को धरना दिया था. प्रशासन की पथराव करने वालों पर कड़ाई जारी है. सोपोर में हिंसा भड़काने के मुख्य संदिग्ध फारूक अहमद सहित 12 लोगों को हिरासत में लिया गया है.
सुबह मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और उनके पिता फारुक अब्दुल्ला ने शेख अब्दुल्ला की पत्नी बेगम अकबर जहां की पुण्यतिथि पर उनकी कब्र पर दुआ मांगी. हजरतबल स्थित डल झील के किनारे पर इस मौके पर सैंकड़ों लोग इकट्ठा हुए.{mospagebreak}मुख्यमंत्री ने गठबंधन सरकार के विधायकों तथा विधान परिषद के सदस्यों के साथ बैठक भी की. श्रीनगर में कर्फ्यू गत मंगलवार लगाया गया था और सेना को बुलाया गया था. उमर ने सोमवार को श्रीनगर में सर्वदलीय बैठक बुलायी है ताकि मौजूदा हालात पर चर्चा की जा सके.