रीयल इस्टेट कंपनी डीएलएफ ने राबर्ट वाड्रा और हरियाणा सरकार के साथ उसकी साठगांठ के अरविंद केजरीवाल के ताजा आरोपों को यह कहते हुए खारिज किया कि उस पर राज्य सरकार की कोई विशेष कृपा नहीं है.
कंपनी ने एक बयान में कहा, ‘हम अपने पूर्व के बयान पर कायम हैं और एक बार फिर दोहराना चाहेंगे कि डीएलएफ ने हरियाणा सरकार से न ही कोई विशेष लाभ मांगा और न ही विशेष लाभ लिया.’
कंपनी ने कहा, ‘कंपनी ने पिछले चार दशक में जो भी विकास के काम किए हैं वे सभी काम उच्च नैतिक मूल्यों के साथ कानूनों, नियमों व विनियमों का सख्ती से अनुपालन करते हुए किए गए.’
इस बीच, डीएलएफ के एक स्वतंत्र निदेशक डीवी कपूर ने कहा कि दक्षिण दिल्ली स्थित एक होटल में 50 प्रतिशत हिस्सेदारी राबर्ट वाड्रा के स्वामित्व वाली स्काइलाइट हास्पिटैलिटी को बेचने के 2009 में किए गए कंपनी के निर्णय पर स्वतंत्र निदेशक सहमत थे.
कंपनी की वेबसाइट पर जारी एक बयान में कपूर ने डीएलएफ के स्वतंत्र निदेशकों की ओर से कहा कि निदेशक मंडल ने स्काइलाइट हास्पिटैलिटी को हिस्सेदारी बिक्री को मंजूरी दी थी.
उन्होंने कहा, ‘बोर्ड की 15 अक्तूबर, 2009 को हुई बैठक के दौरान निदेशकों ने स्काइलाइट के साथ साझीदारी करने के प्रस्ताव पर चर्चा कर उसे मंजूरी दी थी.’