2जी स्पेक्ट्रम मामले पर कांग्रेस और द्रमुक के असहज संबंध और इससे जुड़ी अनिश्चितता शुक्रवार को समाप्त हो गई जब द्रमुक ने कहा कि वह 2जी घोटाला मामले पर संप्रग सरकार से समर्थन वापस नही लेगी, हालांकि पार्टी ने इस मामले में सांसद कनिमोझी को गिरफ्तार करने के लिए सीबीआई पर दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप लगाया.
कांग्रेस के साथ रिश्तों और संप्रग सरकार से समर्थन वापस लेने की अटकलों के बीच द्रमुक की एक उच्चाधिकार समिति की बैठक करीब दो घंटे तक बैठक चली. बैठक के बाद द्रमुक प्रमुख करुणानिधि ने कहा कि कांग्रेस के प्रति मेरे मन में कुछ भी नहीं और कांग्रेस की ओर से इस मामले में मदद नहीं मिलने से वह हतोत्साहित नहीं हैं.
उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार का कारण 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाला नहीं था. कुछ निहित स्वार्थी तत्वों ने 2जी मुद्दे को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया. हालांकि द्रमुक की महापरिषद की अगले महीने बैठक होगी जिसमें अन्य दलों से गठजोड़ और संबंधों के बारे में निर्णय किया जायेगा.
बैठक में द्रमुक के प्रस्ताव में के अनबाक्षगन, एम के स्टालिन, एम के अलागिरि और दयानिधि मारन आदि शामिल हुए. बैठक में पारित प्रस्ताव में हालांकि टूजी स्पेक्ट्रम मामले में सांसद कनिमोझी को गिरफ्तार करने के लिए सीबीआई पर दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप लगाया.
प्रस्ताव में द्रमुक ने कहा कि डीबी रिएल्टी के साथ कलेंगनर टीवी के 200 करोड़ रुपये के कर्ज के लेनदेन का 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले से कुछ भी लेनादेना नहीं है. साथ ही सीबीआई पर कनिमोझी के मामले में दोहरा मानदंड अपनाने का आरोप लगाया. द्रमुक ने कहा कि वह कांग्रेस नीत संप्रग सरकार से नहीं हटेगी.
2जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले से अपने मंत्रियों के नाम जुड़ने की पृष्ठभूमि में द्रमुक की यह बैठक हुई. द्रमुक के केंद्र सरकार में छह मंत्री हैं. पार्टी के 18 सांसद हैं. बैठक की अध्यक्षता पार्टी प्रमुख एम करुणानिधि ने की.
बैठक में तमिलनाड़ु विधानसभा चुनाव के नतीजों पर भी किया गया. चुनाव के नतीजों से पार्टी को धक्का पहुंचा और राज्य के राजनीतिक परिदृश्य में वह अन्नाद्रमुक और अभिनेता से नेता बने विजयकांत की डीएमडीके से भी कम सीटें हासिल कर तीसरे स्थान पर आ गई. करुणानिधि के दोनों पुत्र एम क़े अलागिरि और एम क़े स्टालिन भी इस बैठक में भाग लिया.