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भारत ने ‘शौर्य’ मिसाइल का परीक्षण किया

उड़ीसा के चांदीपुर स्थित समेकित परीक्षण रेंज से भारत ने शनिवार को परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम अत्याधुनिक ‘शौर्य’ मिसाइल का परीक्षण किया.

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उड़ीसा के चांदीपुर स्थित समेकित परीक्षण रेंज से भारत ने शनिवार को परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम अत्याधुनिक ‘शौर्य’ मिसाइल का परीक्षण किया.

रक्षा विभाग के सूत्रों ने कहा कि सतह से सतह पर वार करने में सक्षम इस मिसाइल को समेकित परीक्षण रेंज (आईटीआर) के भूमिगत परिसर क्रमांक-3 से दोपहर दो बजकर 28 मिनट पर दागा गया.

मिसाइल विकसित करने के चरण में यह दूसरा परीक्षण था. पहला परीक्षण 12 नवंबर 2008 को इसी स्थान से हुआ था जो सफल रहा था.

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रक्षा विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि विकास के चरण में यह प्रायोगिक परीक्षण रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन के मौजूदा प्रौद्योगिकी उन्नयन कार्य का हिस्सा है.

उन्होंने कहा कि इस अत्याधुनिक मिसाइल में परिचालन संबंधी सरलता है और इसमें निम्न रखरखाव लगता है. इसका आसानी से लंबे समय तक भंडार और परिवहन किया जा सकता है.
मिसाइल का उच्च कौशल उसे मिसाइल रोधी रक्षा प्रणालियों से प्रतिरोध देता है.

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‘शौर्य’ अपने साथ एक टन वजनी परमाणु सामग्री और पारंपरिक आयुध को 750 किलोमीटर से अधिक दूरी तक ले जा सकता है. इसमें ठोस ईंधन के इस्तेमाल के दो चरण हैं.

इस मिसाइल परियोजना से जुड़े एक रक्षा वैज्ञानिक ने कहा कि हमने शौर्य मिसाइल का प्रारूप इस तरह तैयार किया है, जिससे मिसाइल को पानी के अंदर से भी उतनी ही आसानी से दागा जा सकता है, जितना भूमि के अंदर से। गैस से भरे जिस कनस्तर में मिसाइल को रखा जाता है, उसे आसानी से पनडुब्बी में फिट किया जा सकता है.

उन्होंने कहा कि परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम इस मिसाइल को पानी के अंदर से दागने का परीक्षण पूरी तरह से विश्वसनीय होना जरूरी है.

परीक्षण से पहले एहतियाती उपाय के तौर पर बालेश्वर जिला प्रशासन ने प्रक्षेपण स्थल से करीब दो किलोमीटर की परिधि में रहने वाले करीब 400 परिवारों से क्षेत्र को खाली करा लिया था. इन परिवारों को शनिवार तड़के पास ही स्थित शिविरों में स्थानांतरित कर दिया गया था.

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