कहां छिपा है हिंदुस्तान का दुश्मन नंबर एक दाऊद इब्राहीम. भारतीय खुफिया एजेंसी और दूसरी जांच एजेंसियों का दावा है कि वो कराची में है, लेकिन पाकिस्तान शुरू से इस हकीकत से इनकार करता आया है. अब खुद दाऊद की बेटी माहरुख ने फेसबुक में ये खुलासा कर दिया है कि दाऊद और उसका परिवार कराची में ही रहता है.
शेख दाऊद इब्राहीम कास्कर, दुनिया जिसे दाऊद इब्राहीम के नाम से जानती है, वह है दुनिया का तीसरा मोस्ट वॉन्टेड क्रिमिनल. इंटरपोल की लिस्ट में भी दाऊद वॉन्टेड है, लेकिन पिछले 17 सालों से वो बना हुआ है हिंदुस्तान के आंखों की किरकिरी क्योंकि वो भारत का भी है दुश्मन नंबर एक. वह दक्षिण एशिया में जुर्म और दहशत के सिंडिकेट डी कंपनी का मुखिया है. भारत उसे 17 सालों से ढूंढ रहा है और सबसे बड़ा सवाल है कि आखिर देश का दुश्मन छिपा कहा है.
वैसे सालों से ये खबर सामने आती रही है कि दाऊद पाकिस्तान के सबसे बड़े शहर कराची में ही रह रहा है, लेकिन अब उसकी पुष्टि भी हो चुकी है. पाकिस्तान लाख सालों से ये दावा करते आ रहा है कि उसे दाऊद के घर का कोई पता नहीं लेकिन अब खुद दाऊद की बेटी माहरुख ने ही सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक में ये खुलासा कर दिया है कि दाऊद कराची में ही रह रहा है. दाऊद की बेटी माहरुख ने 5 मई को फेसबुक में अपने संदेश में जो कुछ लिखा है, वह इस प्रकार है, 'कराची में मौजूद पापा, मां, जुनैद रींज, मोईन, माजिया और कराची में रहने वाले सभी को मैं बेहद मिस कर रही हूं.'{mospagebreak}पापा और मां, इन शब्दों से साफ हो जाता है कि दाऊद कहीं और नहीं कराची में ही आराम से अपनी जिंदगी गुजार रहा है. माहरुख के संदेश में दाऊद के अलावा जिन दूसरे नामों को आपने सुना वो सभी नाम दाऊद के परिवार के सदस्यों के ही हैं. भारतीय खुफिया एजेंसियों ने भी इस बात पर मुहर लगा दी है कि फेसबुक पर माहरुख का जो प्रोफाइल मौजूद है वो दाऊद की बेटी का ही प्रोफाइल है.
भारत शुरू से ये कहता आ रहा है कि शेख दाऊद इब्राहीम कास्कर कराची के पॉश क्लिफ्टन इलाके में रहता है लेकिन हर बार पाकिस्तान अंजान बनने का ढोंग रच रहा है लेकिन अब पाकिस्तान की दलील और उसके झूठ की पोल खुद दाऊद की बेटी ने खोल कर रख दी है.
दाऊद की बेटी माहरुख के फेसबुक में संदेश ने ये खुलासा कर दिया है कि दाऊद कराची में ही है लेकिन उसकी फेसबुक प्रोफाइल में ये भी दर्ज है कि उसकी पढ़ाई कराची के क्लिफ्टन इलाके में हुई है. क्लिफ्टन वही इलाका है जहां दाऊद के रहने की बात भारतीय जांच एजेंसियां शुरू से कहती आई हैं.