केंद्रीय मंत्री फारुक अब्दुल्ला ने कहा है कि सिर्फ वार्ता से ही भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते सुधर सकते हैं.
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव के दूसरे दिन फारुक अब्दुल्ला ने कहा कि वार्ता से ही कश्मीर समस्या का समाधान मुमकिन है. उन्होंने कहा कि कश्मीर मुसलमानों के अलावा हिंदुओं और बौद्धों का भी है.
फारुक अब्दुल्ला ने पीड़ा का इजहार करते हुए कहा, 'हमने विभाजन की भारी कीमत चुकाई है'. उन्होंने कहा कि कश्मीर मसले पर अब 1947 से पीछे जाना किसी के लिए मुमकिन नहीं है. समस्या के समाधान के लिए व्यावहारिक कदम उठाने होंगे.