शारजाह में 17 भारतीयों को मृत्युदंड दिए जाने के बाद देश भर में फैली चिंता के बीच यूएई ने आश्वस्त किया है कि देश के कानूनी तंत्र के तहत निष्पक्ष सुनवाई होगी और मृत्युदंड पर अपील की जा सकती है.
राजधानी स्थित यूएई दूतावास ने एक वक्तव्य में कहा है ‘नई दिल्ली का यूएई दूतावास शारजाह में दोषी ठहराए गए भारतीयों से जुड़ी खबरों पर पूरा ध्यान दे रहा है. यूएई की कानून व्यवस्था में मृत्युदंड पर अपील की जा सकती है और अपील में किसी पार्टी का हस्तक्षेप नहीं होता.’
वक्तव्य के मुताबिक ‘हमें अपने वैधानिक तंत्र और इसकी प्रक्रियाओं में पूरा विश्वास है. हमें विश्वास है कि हमारे कानून तंत्र में उन लोगों की निष्पक्ष सुनवाई होगी.’ वक्तव्य में कहा गया है कि यूएई की अदालत उन लोगों को वकील भी उपलब्ध कराती हैं, जो स्वयं कानूनी मदद लेने में अक्षम होते हैं. तंत्र ऐसे लोगों को अदालत में स्वयं को बचाने का अधिकार और तरीका उपलब्ध कराती है.
शारजाह की शरिया अदालत में 29 मार्च को 17 भारतीयों को कथित तौर पर एक पाकिस्तानी नागरिक की हत्या करने और तीन अन्य को घायल करने के आरोप में मृत्युदंड की सजा सुनाई गई थी. विदेश मंत्री एसएम कृष्णा ने इस फैसले को ‘बहुत दुर्भाग्यपूर्ण’ बताते हुए अपने मंत्रालय को निर्देश दिए थे कि वह सभी भारतीयों को आगे अपील करने में मदद करे.