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दिल्ली पुस्तक मेला के अंतिम दिन उमड़े पुस्तक प्रेमी

राष्ट्रीय राजधानी के प्रगति मैदान में आयोजित 18वें दिल्ली पुस्तक मेला के अंतिम दिन रविवार को पुस्तक प्रेमियों की भारी भीड़ उमड़ी. अध्यात्म, धर्म, फैशन डिजाइनिंग की किताबें और उपन्यास हाथों-हाथ बिके.

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राष्ट्रीय राजधानी के प्रगति मैदान में आयोजित 18वें दिल्ली पुस्तक मेला के अंतिम दिन रविवार को पुस्तक प्रेमियों की भारी भीड़ उमड़ी. अध्यात्म, धर्म, फैशन डिजाइनिंग की किताबें और उपन्यास हाथों-हाथ बिके.

नौ दिन चला यह पुस्तक मेला एक सितम्बर को 'ई-बुक्स' थीम के साथ शुरू हुआ था. इस मेले में क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय, दोनों श्रेणियों के 300 प्रकाशकों ने मेजबानी की. विदेशी प्रकाशक चीन, पाकिस्तान, अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी से आए थे. दिल्ली पुस्तक मेला हर साल आयोजित होता है और इसमें लगभग तीन लाख लोग पहुंचते हैं.

एआईटीबीएस पब्लिशर्स इंडिया के जे.एन. भाटिया ने कहा, ‘सप्ताहांत पर पुस्तक प्रेमियों की उपस्थिति बहुत अच्छी रही. आज (रविवार) छुट्टी का दिन होने के कारण कई लोग परिवार के साथ आए और कालेजों के छात्रों की भी अच्छी संख्या रही.’

उन्होंने कहा, ‘हमारे पास मरीजों की तीमारदारी, चिकित्सा और दांतों की देखभाल सम्बंधी किताबों के अलावा अन्य सामान्य रुचि की किताबें भी हैं जिनकी कीमत 50 रुपये से लेकर 2,000 रुपये तक है. अन्य दिनों की तुलना में सप्ताहांत पर किताबों की दोगुनी बिक्री हुई. अध्यात्म, धर्म, फैशन डिजाइनिंग की किताबें हालांकि ज्यादा पसंद की गईं.’

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