फ्रांस की रक्षा और नागरिक प्रौद्योगिकी कम्पनी थेल्स ने दिल्ली मेट्रो को दुबई की चालक रहित पूर्ण स्चालित रेलगाड़ी प्रणाली जैसी सुरक्षा, संचार और संचालन देने की पेशकश की है.
दिल्ली मेट्रो अगले चरण का विस्तार कार्य शुरू करने वाली है और 16 अरब डॉलर की फ्रांस की कम्पनी ने इसे संचार आधारित रेलगाड़ी नियंत्रण प्रणाली देने की पेशकश की है. दुबई का सड़क परिवहन प्राधिकरण अपने 77.6 किलोमीटर के मेट्रो नेटवर्क पर इसी प्रणाली का उपयोग करता है और वह दुनिया का सबसे लम्बा चालक रहित मेट्रो रेल नेटवर्क है.
प्राधिकरण की एक इकाई रेल एजेंसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अदान अल हम्मादी ने कहा, 'स्वचालन यकीनन सुरक्षा और समय की पाबंदी की गारंटी है. हम इसे सर्वोत्तम विकल्प मानते हैं और यह सही पसंद साबित भी हुआ है.'
यहां आए भारतीय पत्रकारों को दुबई मेट्रो पर एक प्रस्तुति में अल हम्मादी ने कहा, 'इसके कारण दो रेलगाड़ियों के बीच की दूरी सिर्फ चार मिनट रह गई है. साथ ही हमारी समय की पाबंदी 99 फीसदी है.'
दिल्ली मेट्रो रेल निगम के अधिकारियों ने संकेत दिया है कि दिल्ली मेट्रो के अगले चरण के विस्तार में कम्पनी संचार आधारित रेल नियंत्रण प्रणाली को तरजीह देगी.
अधिकारियों ने निविदा जारी करने से पहले सम्भावित आपूर्तिकर्ताओं की योग्यता जांचने की एक कवायद में यह संकेत दिया. उन्होंने हालांकि कहा कि चालक रहित या चालक सहित के मुद्दे पर बाद में विचार किया जाएगा.
थेल्स दुबई मेट्रो में रेल सिग्नलिंग, संचार और सुरक्षा प्रणाली और यात्रा शुल्क लेने जैसी गतिविधियों का संचालन करती है. थेल्स इंडिया के राष्ट्रीय निदेशक एरिक लेंसिन ने कहा कि थेल्स हैदराबाद और मुम्बई की आगामी मेट्रो परियोजना के लिए भी प्रतियोगिता करेगी. उल्लेखनीय है कि सरकार 10 लाख से अधिक आबादी वाले सभी शहरों में मेट्रो नेटवर्क शुरू करना चाहती है.