पूर्वी दिल्ली में लक्ष्मीनगर स्थित धराशायी इमारत के मलबे से गुरुवार सुबह एक शव निकाले जाने के साथ ही इस हादसे में मारे गए लोगों की संख्या बढ़कर 72 हो गई.
दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘सुबह साढ़े सात बजे के आसपास मलबे से एक युवक का शव मिला, जिसे अस्पताल अधिकारियों के सुपुर्द कर दिया गया.’’ इस हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 72 हो गई है. इनमें 29 महिलाएं और 17 बच्चे भी शामिल हैं.
ज्यादातर मृतक पश्चिम बंगाल से आए मजदूर हैं, जो इस पंद्रह साल पुरानी इमारत में रह रहे थे. इमारत की पांचवी मंजिल अवैध रूप से बनाई जा रही थी. हादसे में घायल 82 लोगों का शहर के विभिन्न अस्पतालों में उपचार किया जा रहा है.
दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने बुधवार को एक सदस्यीय न्यायिक आयोग बनाया जो इस हादसे की जांच करेगा. दिल्ली उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश लोकेश्वर प्रसाद इसकी जांच करेंगे और घटना के सभी पहलुओं की पड़ताल करेंगे.
वहीं एमसीडी ने पूर्वी दिल्ली इलाके में ‘खतरनाक’ स्थिति में पहुंच चुकी 38 इमारतों में रहने वालों से इमारत खाली करने के लिए कहा है. दिल्ली सरकार के निर्देश पर एक सर्वेक्षण के बाद यह निर्णय लिया गया.