दिल्ली उच्च न्यायालय में 2011 में हुए विस्फोट मामले का आरोपी सोमवार को जम्मू एवं कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया. वह हिजबुल मुजाहिदीन के मारे गए 2 आतंकवादियों में शामिल था. एक आतंकवादी को गिरफ्तार कर लिया गया.
जम्मू के पुलिस महानिरीक्षक दिलबाग सिंह ने कहा कि दिल्ली में हुए विस्फोट का संदिग्ध आरोपी आमिर अली कमाल उर्फ अकरम और शफी हजाम जम्मू से करीब 270 किलोमीटर उत्तर दाचान इलाके में सेना के साथ मिलकर चलाए गए संयुक्त अभियान में मारे गए. उन्होंने कहा कि एक अन्य आतंकवादी सज्जाद रिजवान को गिरफ्तार कर लिया गया.
दिलबाग सिंह ने बताया कि आतंकवादियों के छुपे होने की गुप्त सूचना मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने उन्हें पकड़ने के लिए पिछली रात अभियान शुरू किया था. मुठभेड़ सोमवार सुबह शुरू हुई और अभियान सुबह 9.30 बजे खत्म हुआ. उन्होंने कहा, 'अकरम 2008 में इस इलाके में सक्रिय सबसे पुराने आतंकवादियों में से एक था.'
दिलबाग सिंह ने कहा कि अकरम राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के निशाने पर था. माना जाता है कि उसने दिल्ली उच्च न्यायालय में हुए विस्फोट के लिए विस्फोटकों का इंतजाम किया था और इसकी की साजिश रची थी. सात सितम्बर 2011 को हुए विस्फोट में कम से कम 10 लोग मारे गए थे और 70 से ज्यादा घायल हुए थे.
उन्होंने रिजवान की गिरफ्तारी को एक बहुत महत्वपूर्ण सफलता बताया, क्योंकि वह इलाके के अन्य बड़े आतंकवादियों तथा दिल्ली उच्च न्यायालय विस्फोट के आरोपी अकरम के सहयोगियोंका सुराग दे सकता है.
पुलिस महानिरीक्षक के अनुसार, दिल्ली उच्च न्यायालय विस्फोट में शामिल तीनों-आमिर अली कमाल, शाकिर हुसैन शेख उर्फ छोटा हाफिज और जावैद अकरम हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादी हैं और ये किश्तवाड़ इलाके में छिपे हुए थे.
उन्होंने कहा, 'हमने इलाके में घेराबंदी कर सोमवार सुबह अभियान शुरू किया था. हम आतंकवादियों के ठिकाने के नजदीक थे, इसलिए वहीं मुठभेड़ शुरू हो गई, जो करीब एक घंटे तक जारी रही.'
सिंह ने बताया कि एनआईए अकरम को जिंदा पकड़ना चाहती थी, ताकि विस्फोट के मामले को सुलझाने के लिए वह कोई सुराग दे सके. इसलिए विभिन्न सूत्रों और संवाद वाहकों के माध्यम से उसकी तलाश की जा रही थी.
पुलिस सूत्रों के अनुसार, खुफिया विभाग की ओर से जानकारी मिली थी कि जहांगीर व शाकिर हुसैन शेख उर्फ छोटा हाफिज सहित सात आतंकवादियों, रियाज, रिजवान और शफी ने दो अन्य सहयोगियों के साथ अगली रणनीति तय करने के लिए बैठक कर रहा था.
सुरक्षा बलों ने जब छापेमारी की, उस समय आतंकवादियों की बैठक चल रही थी. इन सूत्रों के अनुसार, अकरम (उर्फ आमिर अली खान) और शफी मारे गए. एक घायल आतंकवादी को सुरक्षा बलों ने दबोच लिया जबकि अन्य चार भागने में कामयाब हो गए.
उल्लेखनीय है कि किश्तवाड़ इलाका दिल्ली उच्च न्यायालय में विस्फोट की घटना के बाद चर्चा में रही है, क्योंकि विस्फोट की जिम्मेदारी लेते हुए पहला ई-मेल करने वाले दो युवक इसी इलाके से गिरफ्तार किए गए थे. विस्फोट में कथित संलिप्तता को लेकर बाद में दो और युवक गिरफ्तार किए गए थे.