देश पर कई पीढ़ियों तक राज करने के लिये गांधी परिवार पर हमला करते हुए भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि लोकतंत्र और वंशवाद साथ-साथ नहीं चल सकते.
जनचेतना यात्रा के 22वें दिन रैली को संबोधित करते हुए भाजपा नेता ने कहा, ‘जिस तरह स्वच्छ प्रशासन और भ्रष्टाचार साथ-साथ नहीं चल सकते, उसी तरह लोकतंत्र और वंशवाद साथ-साथ नहीं रह सकते.’ उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस एक परिवार की पार्टी रह गयी है.
उन्होंने कहा कि सिर्फ एक नहीं बल्कि उनके बेटे, फिर उनके बेटे इसी तरह जारी रहेगा. उन्होंने खेद जताया कि स्वतंत्रता के 60 वर्ष बाद भी भारत अब भी दुनिया के पिछड़े देशों में है और इसे अग्रणी देश नहीं माना जाता. आडवाणी ने कहा कि ऐसा इसलिए है कि अधिक समय तक सत्ता में रहने वाले लोग देश में स्वच्छ प्रशासन नहीं दे सके.
उन्होंने कहा, ‘1947 में हमें स्वराज मिला लेकिन जिन लोगों ने राज किया वे इसे सुराज में नहीं बदल सके और स्वच्छ एवं अच्छा प्रशासन मुहैया कराने में विफल रहे.’ आडवाणी ने कहा, ‘पहले के कुछ वर्ष ठीक रहे, जब हमारे पास सरदार वल्लभ भाई पटेल जैसे नेता थे जिन्होंने देश को एकजुट रखा. लेकिन इसके बाद स्थिति खराब होने लगी. कांग्रेस धीरे-धीरे पारिवारिक पार्टी में बदल गई.’
आडवाणी ने कहा कि केंद्र में कांग्रेस नीत ‘भ्रष्ट’ सरकार के कारण भारत की छवि खराब हो रही है और विश्व के अन्य देशों में इसकी गरिमा कम हो रही है. उन्होंने कहा कि अगर भारत का काला धन वापस आता है तो भारत समृद्ध और अग्रणी राष्ट्र बन जाएगा.
उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि वापस लाया गया काला धन ग्रामीण भारत में खर्च किया जाए तो देश भर के छह लाख गांव समृद्धि की ओर अग्रसर हो जाएंगे. भाजपा नेता ने कन्नड़ में संबोधित कर खुद को यहां के लोगों से जोड़ने की कोशिश की और लोगों ने इसका जोरदार स्वागत किया. आडवाणी की भ्रष्टाचार रोधी यात्रा 22वें दिन महाराष्ट्र के अकोला में प्रवेश कर गयी और फिर शाम में वह गोवा जाएंगे.