केंद्रीय मंत्री विलासराव देशमुख ने आज कहा कि उन्होंने विवादास्पद आदर्श हाउसिंग सोसायटी की सदस्यता के लिये किसी की भी सिफारिश नहीं की थी और इस संबंध में आरोप उन्हें बदनाम करने की साजिश के तहत लगाये गये हैं.
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देशमुख ने बताया, ‘मैंने किसी भी मामले की सिफारिश नहीं की थी. सोसायटी में ऐसा कोई भी नहीं है जो खुद को मेरा रिश्तेदार या करीबी बताने का दावा कर सकता हो. ..यह मुझे बदनाम करने की साजिश प्रतीत होती है.’ केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्होंने सोसायटी का सदस्य बनना चाह रहे 20 लोगों को आशय पत्र नहीं दिया था. लेकिन तत्कालीन राजस्व मंत्री अशोक चव्हाण की कथित सिफारिश के बाद उन्होंने ऐसा किया.
देशमुख ने कहा कि महज जवाबी दस्तखत के लिये मंजूरी के मकसद से यह सूची उनके पास आयी थी और उन्होंने अच्छी भावना के चलते ऐसा किया.
उनका बयान इन खबरों के बीच आया है कि पूर्व मुख्यमंत्री के तीन करीबियों के भी सोसायटी में फ्लैट हैं.