अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने विकासशील देशों से कहा है कि उन्हें अपनी सहायता खुद भी करनी चाहिए और सहायता के लिए पूरी तरह से विकसित देशों पर निर्भर नहीं रहना चाहिए क्योंकि विकसित देश खुद ही आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं.
ओबामा ने संयुक्त राष्ट्र में सहस्राब्दी विकास उद्देश्य सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि विकासशील देशों से मैं कहना चाहूंगा, इस समय पर यह आपकी भी जिम्मेदारी है. हम चाहते हैं कि आप भी समृद्ध और सफल हों, यह आपके भी हित में है और हमारे भी.
उन्होंने कहा कि हम आपकी महत्वाकांक्षाओं में आपकी मदद करना चाहते हैं, लेकिन आपके नेतृत्व का कोई विकल्प नहीं है. सिर्फ आप और आपके लोग ही इस कठिन काम को पूरा कर सकते हैं. आप ही ऐसा निवेश कर सकते हैं, जो आपकी और आपके लोगों की स्थितियों में सुधार लाए.
सहस्राब्दी विकास उद्देश्यों में गरीबी और भूख दूर करना, लिंग समानता को प्रेरित करना, बाल मृत्यु दर को कम करना, मातृ स्वास्थ्य में सुधार लाना, एचआईवी-एड्स से लड़ना, और पर्यावरण संरक्षण शामिल है.
ओबामा ने इस बात को स्वीकार किया कि विकसित देश खुद भी आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं. ओबामा ने विकसित देशों के लोगों से अपील की कि वे संकट के इस समय में भी गरीब देशों की तरफ से मुंह न मोड़ें.