scorecardresearch
 

तेज गेंदबाजों की फिटनेस से धोनी चिंतित

आराम लेने के बाद टीम इंडिया में वापसी कर रहे भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी इस बात से चिंतित हैं कि आगामी लंबे सत्र से पहले उनके तेज गेंदबाज फिटनेस की समस्याओं से जूझ रहे हैं.

Advertisement
X
महेंद्र सिंह धोनी
महेंद्र सिंह धोनी

आराम लेने के बाद टीम इंडिया में वापसी कर रहे भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी इस बात से चिंतित हैं कि आगामी लंबे सत्र से पहले उनके तेज गेंदबाज फिटनेस की समस्याओं से जूझ रहे हैं.

Advertisement

वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट मैच से पूर्व धोनी ने कहा,‘‘यह महत्वपूर्ण है कि वे (गेंदबाज) फिट हों, वरना इसका असर पड़ेगा. इससे कोई मतलब नहीं कि आप चाहे चार ओवर गेंदबाजी कर पा रहे हों या 10 ओवर, स्पिनर हों या तेज गेंदबाज, आप 25 ओवर गेंदबाजी भी कर सकते हैं.’’

धोनी ने कहा, ‘‘आप अपने सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों को टीम में शामिल करना चाहते हों और वे खेल के लंबे प्रारूप में कम से कम 70-80 प्रतिशत फिट होना चाहिए.’’

भारतीय टीम टेस्ट श्रृंखला से पहले चोट की समस्याओं से जूझ रही है क्योंकि हाल में मुनाफ पटेल की दाईं कोहनी की चोट ने टीम की चिंताएं और बढा दी हैं. इससे पहले जहीर खान और एस श्रीसंत को चोटों की वजह से टीम में शामिल नहीं किया गया था.

Advertisement

टीम में शामिल किए गए कर्नाटक के तेज गेंदबाज अभिमन्यु मिथुन वीजा समस्याओं की वजह से अब तक कैरेबियाई द्वीप पर नहीं पहुंचे हैं.

उधर भारत के सलामी बल्लेबाज मुरली विजय को शुक्रवार को अपने पहले अभ्‍यास सत्र में दायें हाथ की उंगली में चोट लग गई, जिसके बाद उन्हें उंगली का एक्स-रे करवाना पड़ा. भारत को वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन टेस्ट के बाद इंग्लैंड के खिलाफ चार टेस्ट मैच खेलने हैं. भारत को इसके बाद आस्ट्रेलिया के दौरे पर चार टेस्ट मैचों में भाग लेना है.

इन सबके बीच धोनी चाहते हैं कि उनकी टीम के खिलाड़ी मूल बातों को ध्यान में रखकर अपनी क्षमता के अनुरूप प्रदर्शन करें.

भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘हम छोटी-छोटी चीजों को सही ढंग से करने पर काफी जोर देते हैं. विदेश में टेस्ट मैच खेलना बहुत ज्यादा चुनौतीपूर्ण नहीं होता क्योंकि अगर आप मूल बातें ध्यान में रखते हैं तो इससे हमें अपनी क्षमता के अनुरूप प्रदर्शन करने में मदद मिलती है.’’

धोनी ने कहा, ‘‘वेस्टइंडीज के पास अच्छा गेंदबाजी आक्रमण है, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में अच्छी गेंदों से निपटना होता है और फिर गेंदबाज को अपने पसंदीदा क्षेत्र में गेंदबाजी के लिए मजबूर करना होता है और फिर रन बटोरने होते हैं.’’

धोनी को पता है कि उसने पास उनके सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी नहीं हैं, लेकिन वे इसे युवाओं के लिए खुद को साबित करने के अवसर के रूप में देखते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘जब तक चुनौती का सामना करने को नहीं मिलता आप अपनी क्षमता नहीं जान पाते. अच्छी बात यह है कि आईपीएल ने युवाओं को 35 हजार लोगों के सामने खेलने का मौका देने में मदद की.’’

Advertisement

कप्तान ने कहा, ‘‘उन्हें (युवाओं को) वरिष्ठ खिलाड़ियों से मदद की जरूरत होती है कि मैदान के अंदर और बाहर होते समय खुद पर कैसे नियंत्रित करें. यह छोटी-छोटी सभी चीजें योगदान देती हैं.’’

धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से करीब 15 दिन के आराम का स्वागत किया. उन्होंने कहा, ‘‘व्यक्तिगत रूप से इससे मुझे मदद मिली. आप अचानक से छोटी-छोटी चोटों को गायब पाते हैं. अब मैं काफी ऊर्जावान हूं और अब अच्छे प्रदर्शन के लिए तैयार हूं.’’ धोनी ने कहा कि अमीर होना या प्रसिद्धि हासिल करना उनके लिए कभी भी प्रेरणास्रोत नहीं रहा.

उन्होंने कहा, ‘‘मैं क्रिकेट को बहुत पसंद करता हूं, मैं खेल को बहुत पसंद करता हूं और इसलिए आप हर बार मैदान में उतरना चाहते हो. मैं विपक्षी टीम के खिलाफ खेलना पसंद करता हूं और हमेशा ईमानदार रहने की कोशिश करता हूं.’’

Advertisement
Advertisement