उच्चतम न्यायालय द्वारा मुख्य सतर्कता आयुक्त पद पर पी जे थामस की नियुक्ति को रद्द करने के फैसले को भाजपा ने ‘ऐतिहासिक फैसला’ बताया और साथ ही कहा कि इससे संवैधानिक पद की ‘गरिमा’ बहाल हुई है.
लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने न्यायालय के फैसले के कुछ देर बाद कहा, ‘सीवीसी पद की गरिमा बहाल हुई है.’ सीवीसी की नियुक्ति के लिए प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाले तीन सदस्यीय पैनल का हिस्सा रही सुषमा ने थामस को इस पद पर नियुक्त किए जाने का लिखित विरोध किया था और उस पर अपनी नाराजगी भी जतायी थी. इसमें तीसरे सदस्य केन्द्रीय गृह मंत्री पी चिदम्बरम थे.
भाजपा प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कानून के शासन के लिए यह ‘ऐतिहासिक’ दिन है. एक अन्य भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने कहा कि इस मामले में प्रधानमंत्री को ‘पूरी जिम्मेदारी’ स्वीकार करनी चाहिए.
भाकपा के डी राजा ने कहा कि शीर्ष अदालत का फैसला केन्द्र सरकार के लिए ‘बड़ा झटका’ है.