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आडवाणी को ‘शर्म’ आनी चाहिए: दिग्विजय

कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने योग गुरु बाबा रामदेव को एक बार फिर ‘ठग’ बताते हुए कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को रामलीला मैदान की घटना की तुलना जलियांवाला बाग कांड से करने के लिये ‘शर्म’ आनी चाहिये.

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दिग्विजय सिंह
दिग्विजय सिंह

कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने योग गुरु बाबा रामदेव को एक बार फिर ‘ठग’ बताते हुए कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को रामलीला मैदान की घटना की तुलना जलियांवाला बाग कांड से करने के लिये ‘शर्म’ आनी चाहिये.

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दिग्विजय सिंह ने उत्तर प्रदेश कांग्रेस की चुनाव समिति की बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘आडवाणी ने रामलीला मैदान की घटना की तुलना जलियांवाला बाग कांड से की है. इसके लिये शर्म आनी चाहिये. वह रामदेव समर्थकों की तुलना उन शहीदों से कर रहे हैं, जिन्होंने अंग्रेजों की गोली अपने सीने पर खाई. आडवाणी ने स्वामी विवेकानंद की तुलना रामदेव से करके उनका अपमान किया है.’

रामदेव को एक बार फिर ‘ठग’ बताते हुए उन्होंने आरोप लगाया ‘रामदेव ने पहले तो सरकार से समझौता कर लिया और उनके सहयोगी बालकृष्ण ने लिखित सहमति भी दे दी. बाद में जब संघ का दबाव पड़ा तो रामदेव रामलीला मैदान पहुंचे और समझौता होने की बात से इनकार कर दिया. इस तरह उन्होंने अपने अनुयायियों और सरकार दोनों को ठगा.’

भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना हजारे और योग गुरु बाबा रामदेव की मुहिम को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के ‘आतंकवादी चेहरे पर पर्दा डालने की योजना’ का हिस्सा करार देते हुए सिंह ने कहा, ‘अपने कार्यकर्ताओं के आतंकवादी घटनाओं में शामिल होने का प्रमाण मिलने के बाद उस तरफ से लोगों का ध्यान हटाने के लिये संघ ने एक योजना के तहत भ्रष्टाचार तथा कालेधन को मुद्दा बनाया और पहले अन्ना हजारे को आगे बढ़ाया और फिर रामदेव को.’

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कांग्रेस महासचिव ने कहा कि आडवाणी जब उप प्रधानमंत्री थे तब उन्हें कालाधन नजर नहीं आया और जब सरकार से हट गए तो उन्हें कालाधन दिखाई देने लगा है. वह 72 लाख करोड़ रुपए का कालाधन होने का दावा करते हैं, जबकि बाबा रामदेव 400 लाख करोड़ की बात करते हैं. आखिर उनके पास यह आंकड़ा कहां से आया. सिंह ने कहा कि उन्हें आश्चर्य है कि रामदेव को उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार नजर नहीं आ रहा है. मुख्यमंत्री मायावती भी रामदेव के कसीदे पढ़ रही हैं. ऐसा लगता है दोनों भ्रष्टाचार के मामले में एक सिक्के के दो पहलू हो गए हैं.

दिग्विजय ने रामदेव के सहयोगी बालकृष्ण को नेपाल का व्यापारी बताते हुए आरोप लगाया, ‘बालकृष्ण जुर्म करके भारत में भाग आया है और यहां फर्जी पासपोर्ट बनवा लिया.’ रामदेव समर्थकों पर हुई कार्रवाई के के मामले में अपनी पार्टी का बचाव करते हुए सिंह ने कहा, ‘रामदेव के अनुयायियों ने रामलीला मैदान में दो से 30 जून तक योग शिविर के आयोजन की इजाजत मांगी थी. मगर वहां नौटंकी, नाटकबाजी और अनशन ज्यादा हुआ. पुलिस ने उनसे कहा था कि वह मैदान योग शिविर के लिये दिया है अनशन के लिये नहीं. इस मामले से कांग्रेस का कोई लेना-देना नहीं था.’

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रामदेव समर्थकों पर रात में कार्रवाई को सही ठहराते हुए कांग्रेस महासचिव ने कहा, ‘चांदनी चौक जैसे घनी आबादी वाले इलाके में अगर दिन में कार्रवाई होती तो बड़ी मुश्किल पैदा हो जाती. दंगे जैसी स्थिति भी उत्पन्न हो सकती थी.’ उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी का हवाई अड्डे पर रामदेव की अगवानी पर जाने का मतलब है कि कांग्रेस कालेधन और भ्रष्टाचार के प्रति चिंतित है.

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