कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर बीजेपी पर निशाना साधा है. एफडीआई को लेकर दिग्विजय सिंह ने बीजेपी को बिचौलियों की पार्टी बता दिया. बीजेपी पर हमला करने के लिए ट्विटर का इस्तेमाल किया है.
उधर सरकार संसद में एफडीआई को लेकर जारी गतिरोध दूर करने का प्रयास कर रही है. इसी सिलसिले में वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज से बात कर संसद चलने देने की मांग की है. ऐसे में दिग्विजय के ऐसे बयानों से कहीं सरकार की कोशिशों पर पानी ना फिर जाए.
रविवार को भी दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया था कि भारतीय जनता पार्टी इस मुद्दे पर दोमुंही राजनीति करते हुए सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रही है.
दिग्विजय ने इंदौर हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा था, ‘एफडीआई के मुद्दे पर भाजपा सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रही है, क्योंकि वह वर्ष 2004 और 2009 के आम चुनावों में अपनी हार अब तक भुला नहीं सकी है.’ कांग्रेस महासचिव ने कहा था कि खुदरा क्षेत्र में एफडीआई की सीमा बढ़ाने का फैसला देश के किसानों और उपभोक्ताओं के ‘हित’ में है. इसके साथ ही, यह प्रचार भी गलत है कि इस फैसले से घरेलू कारोबारियों को नुकसान होगा.
उन्होंने सवाल किया, ‘दिल्ली और इंदौर में शॉपिंग मॉल खुलने से भला कौन सा कारोबारी बेरोजगार हुआ और कौन सी दुकान बंद हुई.’ दिग्विजय ने कहा कि भाजपा इस मुद्दे पर केवल राजनीति कर रही है, जबकि वर्ष 2004 के अपने चुनावी घोषणा पत्र में वह खुद एफडीआई की बात कर चुकी है. इसके साथ ही, उसके वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह एफडीआई की सीमा बढ़ाने की वकालत करने वाला बयान दे चुके हैं.