ठाकरे परिवार भले ही उत्तर भारतीयों के बारे में तमाम बातें कहे लेकिन कांग्रेसी नेता दिगिवजय सिंह ने सबूत के साथ दावा किया है कि ठाकरे परिवार बिहार के मगध से ही मध्यप्रदेश गये थे और फिर वहां से मुबई. बिहार के लोगों के खिलाफ आग उगलने वाले राज ठाकरे को लेकर दिग्विजय सिंह ने ऐसे सबूत पेश किए है जो उनको तिलमिला सकते हैं.
दिग्विजय सिंह का कहना है कि ठाकरे परिवार के पूर्वज दरअसल बिहार से आए थे. दिग्विजय सिंह ने बकायदा सबूत देते हुए कहा है कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर जोशी ने अपने शासनकाल में एक किताब छपवायी थी जो राज ठाकरे के दादा प्रबोधनकार ठाकरे की जीवनी थी. इसके पेज 45 पर लिखा है कि ठाकरे परिवार मूलत: मगध बिहार का है. बाद में वो मध्यप्रदेश गया जहां धार में बस गया फिर वहां से मुबई आया.
अब सवाल ये है कि यदि ये सब सच है तो राज ठाकरे, उद्दव ठाकरे पानी पी पी कर किस बिना पर बिहारियों को कोसते हैं. जब वो खुद ही बिहार के रहने वाले हैं तो वो किसी को परमिट देने की बात कैसे कर सकते हैं. वैसे भी मुंबई कभी सात आईलैड का शहर होता था जहां के बाशिंदे असल में मछुआरे थे, बाकी सब बाहर से आये तो फिर सवाल ये है कि आखिर कैसे ठाकरे दूसरों को बाहरी कह सकते हैं इसका जवाब तो देना ही होगा.