कन्नौज संसदीय सीट के लिए हो रहे उपचुनाव में दो निर्दलीय उम्मीदवारों द्वारा शुक्रवार को नाम वापस ले लिए जाने के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी एवं सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) की उम्मीदवार डिम्पल यादव के निर्विरोध चुने जाने का रास्ता साफ हो गया है.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी(बसपा) द्वारा अपने उम्मीदवार न खड़े करने के बाद डिम्पल के सामने केवल दो निर्दलीय उम्मीदवार बचे थे.
कन्नौज की जिलाधिकारी व जिला निर्वाचन अधिकारी सेल्वा कुमारी ने को बताया, 'नाम वापस लेने की अंतिम तारीख नौ जून से एक दिन पहले ही बुधवार को दोनों निर्दलीय उम्मीदवारों- दर्शनाथ शंखवार और संजीव कटियार ने अपने नाम वापस ले लिए.'
डिम्पल के सामने अब कोई उम्मीदवार न होने से उनका निर्विरोध चुना जाना तय हो गया है. अब वहां मतदान नहीं होगा. सूत्रों के मुताबिक राज्य निर्वाचन आयोग शनिवार शाम तीन बजे नाम वापस लेने की समय सीमा समाप्त होने के बाद डिम्पल के निर्विरोध चुने जाने का औपचारिक ऐलान करेगा.
पहले से ही ऐसी अटकलें थीं कि तीनों प्रमुख पार्टियों के उम्मीदवार मैदान में न होने से डिम्पल के सामने बचे दोनों निर्दलीय नाम वापस ले सकते हैं. उपचुनाव के लिए मतदान की तारीख 24 जून तय है.
वर्ष 2009 में अखिलेश द्वारा फिरोजाबाद सीट से लोकसभा की सदस्यता छोड़ने के बाद सपा की तरफ से मैदान में उतरीं डिम्पल, कांग्रेस उम्मीदवार राज बब्बर से पराजित हो गई थीं. अब कन्नौज उपचुनाव के जरिए दोबारा मैदान में उतरी डिम्पल की जीत की राह साफ हो गई है.
मालूम हो कि कन्नौज संसदीय सीट अखिलेश यादव के इस्तीफे के कारण रिक्त हुई है. मुख्यमंत्री चुने जाने के बाद अखिलेश ने कन्नौज संसदीय सीट से इस्तीफा दे दिया था.