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रामलीला मैदान में बदहाली का आलम

योग गुरू बाबा रामदेव के अनशन की चौथी रात आते आते अनशनस्थल रामलीला मैदान में बदहाली का आलम नजर आया. बारिश से भीगे मैदान में जहां समर्थक खुद से कीचड़ और जल जमाव हटाते दिखे, वहीं रामदेव के स्वयंसेवक नदारद रहे.

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बाबा रामदेव
बाबा रामदेव

योग गुरू बाबा रामदेव के अनशन की चौथी रात आते आते अनशनस्थल रामलीला मैदान में बदहाली का आलम नजर आया. बारिश से भीगे मैदान में जहां समर्थक खुद से कीचड़ और जल जमाव हटाते दिखे, वहीं रामदेव के स्वयंसेवक नदारद रहे. बारिश ने अपना जमकर असर दिखाया और जमीन पर कालीन बिछाकर लेटे समर्थकों को रात जागकर बितानी पड़ी.

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रामलीला मैदान में बने चिकित्सा केंद्र में जहां एलोपैथ के चिकित्सक गैरहाजिर थे, वहीं आयुर्वेद पद्धति से इलाज करने वाले सभी स्वयंसेवक बेखबर सोए रहे. रामदेव के आंदोलन को समर्थन देने अंबाला से आए 65 साल के संतराम तेज बुखार और दस्त की परेशानी लिए एक जगह से दूसरी जगह जाते रहे. उनकी सुनने वाला कोई नहीं था. उन्हें अपनी समस्या मीडिया के सामने रखनी पड़ी, तब जाकर उन्हें दवा मिल सकी.

समर्थकों को पीने के पानी के संकट का सामना भी करना पड़ रहा है. स्वयंसेवकों की संख्या जहां पहले दिन दो हजार के करीब बताई गई थी, उनकी संख्या में भारी गिरावट देखने को मिल रही है.

रामलीला मैदान में चौथी रात खत्म होते-होते गंदगी पसर गई है और जगह जगह पानी की खाली बोतल, प्लास्टिक की थलियां फैली हुई हैं. शौचालयों की स्थिति भी दयनीय होने के कारण लोग खुले में शौच कर रहे हैं.

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