महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने मराठी साहित्यिक समारोह के समापन कार्यक्रम में कहा कि समाज को बांटने के लिए साहित्यिक मंच का इस्तेमाल करना गलत है.
चव्हाण ने अपने वक्तव्य में मराठी साहित्यिक समारोह के उद्घाटन समारोह के दौरान महात्मा गांधी की हत्या करने वाले नाथू राम गोडसे का नाम लिए जाने पर हुए विवाद के संबंध में बोल रहे थे.
उन्होंने कहा, ‘अगर साहित्य सम्मेलनों का इस्तेमाल समाज को विभाजित करने के लिए हो रहा है तो उनकी निंदा होनी चाहिए. ऐसे समारोहों में किसी को भाग नहीं लेना चाहिए.’ समारोह के उद्घाटन में गोडसे को गांधी का सम्मान करने वाले व्यक्ति और एक कट्टर हिंदूवादी तथा विनायक दामोदर सावरकर के भक्त के रूप में याद किया गया था.
चव्हाण ने कहा, ‘बगैर सोचे समझे दिए गए बयान तबाही खड़ी कर सकते हैं.’