वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने वित्तीय बाजार में रिण-रिश्वत घोटले की चर्चाओं के बीच आज कहा कि निवेशकों को घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि वित्तीय संस्थाओं द्वारा दिया गया पैसा सुरक्षित है.
सर्व समावेशी आर्थिक वृद्धि विषय पर यहां एक संगोष्ठी के दौरान संवाददाताओं से अलग बातचीत में मुखर्जी ने कहा कि खतरे का भोंपू बजाने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि जिन संस्थाओं के अधिकारियों को कंपनियों को रिण सहायता देने में गड़बडी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, उनका पैसा सुरक्षित है.
वित्त मंत्री ने कहा कि मैं रिजर्व बैंक के गवर्नर और भारतीय जीवन बीमा निगम के अध्यक्ष के साथ बराबर संपर्क में हूं. जो भी कर्ज दिया गया है सब पैसा बाकायदा सुरक्षित है. इन संस्थानों में पैसा लगाने वालों की पूंजी बिल्कुल सुरक्षित है.
उल्लेखनीय है कि सीबीआई ने कुछ निजी कंपनियों को रिश्वत ले कर मोटा रिण देने के आरोप में एलआईसी हाउसिंग फिनांस और कुछ अन्य बैंकों और निजी वित्तीय सेवा कंपनियों के कई अधिकारियों को 24 निवंबर को गिरफ्तार कर लिया. इस घटना के बाद शेयर बाजारों में घबराहट पैदा हो गयी और पिछले सप्ताह प्रमुख शेयर सूचकांकों में बड़ी गिरावट दर्ज की गयी.