यूपी के जौनपुर से 20 किलोमीटर दूर मेहरावां रेलवे स्टेशन के पास हुआ बड़ा रेल हादसा. हावड़ा से देहरादून आ रही दून एक्सप्रेस की 11 बॉगियां पटरी से उतर गई. हादसे का शिकार हुई 11 बॉगियों में से 5 बॉगियां तो पलट ही गई और बाकी 6 बॉगिया पटरी से उतर गई.
हेल्पलाइन नंबर इस प्रकार हैं: लखनऊ: 0522-2234533, कोलकाता: (033) 26413660, 26402241, 26402242, 26402243.
दोपहर करीब डेढ़ बजे हुए ट्रेन हादसे में 7 लोगों की मौत हुई है और 12 रेल यात्री गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं. हैरानी की बात ये है कि अभी तक ये नहीं पता चल पाया है कि हादसे की वजह क्या है। आशंका जताई जा रही है कि ट्रैक में कोई ग़ड़बड़ी हादसे की वजह हो सकती है. आशंका इस बात की भी है कि कहीं सिग्नल की अनदेखी तो नहीं हुई.
रेलवे बोर्ड के मेम्बर इंजीनियरिंग ए पी मिश्रा ने पत्रकारों को हादसे के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इंजन और उसके पीछे लगे 10 कोच सुरक्षित हैं जबकि आखिर के 7 कोच पटरी से उतर गए हैं. हादसे के बाद मेडिकल ट्रेन घायलों के इलाज के लिए वाराणसी से घटनास्थल के लिए रवाना कर दी गई है. इस ट्रेन में चिकित्सा दल के सदस्य भेजे गए हैं साथ ही चिकित्सा के उपकरण भी ट्रेन में मौजूद हैं.
चश्मदीदों के मुताबिक हावड़ा से देहरादून जा रही दून एक्सप्रेस आउटर से निकल रही थी. अचानक ट्रेन के 11 डिब्बे पटरी से उतर गए जिनमें से पांच डिब्बे पटरी से उतरते ही पलट गए. बोगियां पलटते ही मौके पर चीखपुकार मच गई. स्थानीय लोग औऱ चश्मदीद फौरन मौके पर आ पहुंचे और बचाव काम में जुट गए. ट्रेन हादसे की खबर मिलते ही रेल प्रशासन में भी हड़कंप मच गया. मुगलसराय से फौरन राहत टीम दुर्घटनास्थल के लिए रवाना कर दी गई.
दून एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर मिलने के बाद केंद्रीय रेल मंत्री मुकल रॉय भी मौके के लिए रवाना हो गए हैं. इस बीच सरकार ने हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को मुआवजे का ऐलान कर दिया है. मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की गई है.
बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने भी हादसे पर अफसोस जताया है. बंगाल सरकार ने हादसे के पीड़ितों की मदद के लिए टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है.