चीन के प्रधानमंत्री वेन जियाबाओ ने भारत और चीन के मिलकर काम करने के संदर्भ में कहा है कि ‘ड्रैगन और हाथी को कदमताल करनी चाहिए.’ वेन ने एशिया के इन दोनों बड़े देशों के करीबी तौर पर मिलकर काम करने की जरूरत पर जोर दिया.
दोनों देशों के बीच की प्रतिद्वंद्विता के लिए चीन को ‘ड्रैगन’ और भारत को ‘हाथी’ कहा जाता है. उन्होंने पाकिस्तान रवाना होने से पहले संपादकों और विद्वानों के एक समूह से कहा, ‘ड्रैगन और हाथी को टैन्गो (नृत्यशैली) कदमताल करनी चाहिए और इसी से दोनों देशों के बीच आम सहमति बन सकती है.’ वेन ने कहा कि भारत और चीन सहयोगी व भागीदार हैं, प्रतिद्वंद्वी नहीं.
वेन ने गर्मजोशी भरे अंदाज में अपने भारतीय समकक्ष मनमोहन सिंह की तारीफ करते हुए उन्हें खुले और समावेशी नजरिए वाला व्यक्ति बताया. चीनी नेता ने कहा कि कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय ने उनके और मनमोहन सिंह के भाषणों को प्रकाशित किया है, जिनका विषय खुले और समावेशी समाज का रहा है.
उन्होंने बातचीत के दौरान मौजूद लोगों को भाषणों की पुस्तक की प्रतियां हस्ताक्षर कर दीं. वेन ने कहा कि पिछले वर्ष मनमोहन सिंह ने उन्हें काली चाय का एक पैकेट तोहफे में भेजा था. बदले में उन्होंने चीन की सफेद चाय मनमोहन सिंह को भेजी थी. उन्होंने कहा, ‘यह बात मुझे याद दिलाती है कि किस तरह हम दोनों देश एक-दूसरे के साथ रिश्ते बनाए रख सकते हैं.’