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पासपोर्ट मामले में हसन अली ने सरकार से बोला था झूठ

हज़ारों करोड़ की टैक्स चोरी के आरोपी हसन अली खान के खिलाफ एक नया मामला सामने आया है. अपना पासपोर्ट खो जाने की बात में उसने भारत सरकार से ग़लतबयानी की थी.

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हज़ारों करोड़ की टैक्स चोरी के आरोपी हसन अली खान के खिलाफ एक नया मामला सामने आया है. अपना पासपोर्ट खो जाने की बात में उसने भारत सरकार से ग़लतबयानी की थी.

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ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक साल 2003 में हसन अली का पासपोर्ट खोया नहीं था, बल्कि रूस के बिज़नेस टायकून सुलेमान करीमोव के गुर्गों ने हसन का पासपोर्ट छीनकर रख लिया था.

सूत्रों के मुताबिक हसन अली पर सुलेमान की मोटी रकम बकाया थी और सुलेमान नहीं चाहता था कि लेनदेन पूरी हुए बगैर हसन अली भारत वापस जाए. हसन ने लंदन में भारतीय एंबेसी से कहा था कि उसका पासपोर्ट खो गया है, इसी बिनाह पर उसने एक टेंपरेरी पासपोर्ट बनवा लिया.

वैसे आजतक के हाथ लगी जानकारी के मुताबिक हसन अली ने कई पासपोर्ट बनवा रखे हैं. पहला पासपोर्ट उसने हैदराबाद से बनवाया, जो 1990 में एक्सपायर हो गया. फिर उसने मुंबई से दूसरा पासपोर्ट बनवाया, जो सिर्फ़ एक साल के लिए था.

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तीसरा पासपोर्ट उसने फिर हैदराबाद से बनवाया. इसी पासपोर्ट के खोने की बात कहकर हसन ने लंदन में टेम्पररी पासपोर्ट हासिल कर लिया. प्रवर्तन निदेशालय के पास भी हसन का एक पासपोर्ट है, जो पुणे से बना है. उसने काशीनाथ तापुरिया औऱ अमलेंदु पांडे की मदद से एक पासपोर्ट पटना से भी बनावाया, जिसका इस्तेमाल हसन अली ने काठमांडू के रास्ते सिंगापुर जाने के लिए किया था.

ईडी ने कांग्रेस के नेता अमलेंदु पांडे को पूछताछ के लिए मुंबई दफ़्तर में तलब किया है. इससे पहले ईडी आरपी गोयनका, यूसुफ़ लकड़ावाला का बयान दर्ज कर चुकी है. जहां तक हसन के पासपोर्ट का मामला है, तो इस बारे में भी ईडी की छानबीन जारी है.

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