प्रवर्तन निदेशालय के उच्च स्तरीय दल ने करमापा उगयेन त्रिनली दोरजी के न्यास का प्रबंधन संभालने वाले उनके सहायकों से छापे के दौरान 7.5 करोड़ रुपए की विदेशी मुद्रा की बरामदगी के बारे में पूछताछ की.
उपायुक्त (उत्तरी) वी नीरजा की अगुवाई में दल मंगलवार पूर्वाह्न सिधबारी के बौद्धमठ पहुंचा. दल ने करीब 40 मिनट तक न्यास एवं बौद्धमठ के प्रबंधकों से चीन, ताईवान, जापान, दक्षिण कोरिया, ब्रिटेन, अमेरिका, आस्ट्रेलिया, थाईलैंड और वियतनाम समेत कई देशों की मुद्राओं के स्त्रोत के बारे में पूछताछ की.
सूत्रों के अनुसार दल ने करमापा से सीधे पूछताछ नहीं की लेकिन उनके सदस्यों से भेंट की.
नीरजा मीडिया के सवालों का जवाब दिए बगैर अपनी कार में चली गईं. जब उनसे पूछा गया कि क्या वह प्रबंधक से पूछे गए सवालों के जवाब से संतुष्ट हैं तो उन्होंने बस इतना कहा ‘हां’ और वह वहां से चल दीं.
उधर नयी दिल्ली में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि राज्य सरकार का इस मुद्दे से कोई लेना देना नहीं है क्योंकि केंद्र इसकी जांच कर रहा है.
इससे पहले करमापा ने रविवार को पूछताछ में हिमाचल प्रदेश पुलिस से कहा था कि उन्हें मठ से मिली विदेश मुद्रा तथा कागजात के बारे में कुछ भी नहीं मालूम है और सारा मामला न्यास एवं मठ के प्रबंधकों पर टाल दिया था.