प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित 2 जी स्पेक्ट्रम मामले में पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा के करीबी सहयोगी आर के चंदोलिया से पूछताछ की. निदेशालय ने संकेत दिया है कि और भी अधिकारियों पर नजर रखी जा रही है.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि ईडी ने कई घंटों तक चंदोलिया से पूछताछ की. चंदोलिया साल 2008 में विवादास्पद स्पेक्ट्रम आवंटन के समय राजा के व्यक्तिगत सचिव थे.
माना जा रहा है कि चंदोलिया को विवादास्पद स्पेक्ट्रम आवंटन के पूरे लेन-देन के बारे में जानकारी थी. उन्हें धन शोधन निरोधक अधिनियम (पीएमएलए) के तहत समन जारी किया गया था.
सूत्रों के मुताबिक इस अधिकारी से 2008 में स्पेक्ट्रम आवंटन के पहले आओ-पहले पाओ आधार से जुड़े मुद्दों पर पूछताछ की गई. इस संबंध में आवेदन लेने की तिथि पहले 27 सितंबर थी, जिसे बाद में एक सप्ताह बढ़ा कर एक अक्तूबर, 2007 कर दिया गया था.
चंदोलिया को नए दूरसंचार मंत्री कपिल सिब्बल के पद ग्रहण करते ही उनके मूल विभाग, भारतीय आर्थिक सेवा वापस भेज दिया गया था.
उन्होंने बताया कि चंदोलिया से उनके व्यक्तिगत आर्थिक लेनदेन के अलावा, नीरा राडिया की भूमिका के बारे में भी पूछताछ की गई.
सूत्रों के मुताबिक, चंदोलिया ने कथित घोटाले के बारे में कई पृष्ठ का अपना वक्तव्य दर्ज कराया. निदेशालय जांच के सिलसिले में चंदोलिया को दोबारा समन जारी कर सकता है.
उन्होंने बताया कि इस संबंध में अभी कई और सरकारी अधिकारियों से पूछताछ की जा सकती है.