हसन अली मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने मुंबई कोर्ट मे एक सील बंद लिफाफा सौंपा है जिसमें हसन अली से जुड़ी सभी जांच रिपोर्ट पेश की गई हैं. इसमें हसन अली का वो स्टेटमेंट भी पेश किया गया है जिसमें 2003 में उसकी लंदन यात्रा का ब्यौरा दिया गया है. इसमें हसन अली के सहयोगी दिलीप आनंदराज का भी बयान ईडी ने कोर्ट को सौंपा है.
ईडी का कहना है, ‘हमारे पास हसन अली के सात लाख डॉलर के लेनदेन के ही पूरे सबूत हैं. अबतक हमने 18 बार उससे पूछताछ की है लेकिन हसन अली ने जांच में पूरी तरह से सहयोग नहीं दिया है.’ इसलिए ईडी ने कोर्ट से अपील की है कि मामले की पूरी तहकीकात के लिए उन्हें हसन अली की रिमांड दी जाए.
बेफिक्र है हसन अली
क्या कालेधन के आरोप में गिरफ्तार हसन अली की चिंता बढ़ने के बजाए धीरे धीरे कम होती जा रही है. 71 हजार 845 करोड़ के आयकर चोरी का आरोपी हसन अली जैसे सालों से बेफिक्र घूमता रहा वैसे अब भी बेफिक्र हो गया है.. क्योंकि बुधवार को जब वो कोर्ट से निकला तो बेफिक्री के धुएं उड़ाता दिखा.
कार में ईडी के अधिकारी मौजूद थे, उसके बावजूद कोर्ट से ईडी दफ्तर लौटने के दौरान हसन अली ने जलाई सिगरेट और आराम से लिया कश का मजा.
71 हजार 845 करोड़ आयकर चोरी के आरोप में गिरफ्तार होने के बावजूद हसन अली बेफिक्र है और उसे किसी बात की चिंता नही हैं. दरअसल हसन अली की बेफिक्री तब से बढ़ गई है जब से हसन अली को गिरफ्तार करने वाली एजेंसी ईडी को कोर्ट में जबरदस्त फटकार पड़ी है.
बुधवार को कोर्ट ने ईडी को जबरदस्त फटकार लगाते हुए कहा था कि होमवर्क करके नहीं आए. कोर्ट ने अगले दिन ईडी को होमवर्क के साथ आने को कहा.
जब कोर्ट में ईडी को फटकार लग रही थी तब भी कालेधन का किंग हसन अली खुश हो रहा था, उसके चेहरे पर ईडी का मजाक उड़ाने वाली मुस्कान थी और उसके बाद जब हसन अली को ईडी दफ्तर ले जाया गया, तब भी वो बेफिक्र था और सिगरेट के छल्ले उडा था यानी बेफिक्री के छल्ले.