मध्य प्रदेश के उज्जैन के कांग्रेस सांसद प्रेमचंद ‘गुड्डू’ और दो अन्य लोगों के खिलाफ यहां एक कथित जमीन घोटाले को लेकर विशेष अदालत में शुक्रवार को आरोपपत्र पेश किया गया.
उधर, कांग्रेस सांसद का आरोप है कि यह कदम प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी सरकार के हुक्म पर सियासी कारणों से उठाया गया.
आर्थिक अपराध जांच ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) ने इंदौर की बख्तावरराम नगर गृह निर्माण संस्था के जमीन घोटाले के मामले में विशेष न्यायाधीश गौरीशंकर दुबे की अदालत में आरोप पत्र पेश किया.
ईओडब्ल्यू सूत्रों ने बताया कि यह आरोप पत्र कथित जमीन घोटाले की जांच में गृह निर्माण सहकारी संस्था के तत्कालीन अध्यक्ष गुड्डू, इस संस्था से जुड़े रहे दिलीप बौरासी और नगर एवं ग्राम निवेश विभाग के तत्कालीन संयुक्त संचालक पीएन मिश्रा के खिलाफ मिले सबूतों के आधार पर पेश किया गया.
सूत्रों ने बताया कि आरोप पत्र में इन तीनों पर धोखाधड़ी, आपराधिक षड़यंत्र और भ्रष्टाचार के इल्जाम लगाये गये हैं.
आरोप है कि बख्तावरराम नगर गृह निर्माण संस्था की कॉलोनी के विकास में सरकारी अफसरों की मिलीभगत से उस वक्त जमीन की धांधलियां हुईं, जब गुड्डू इस संस्था के अध्यक्ष थे.
सूत्रों ने बताया कि इन कथित धांधलियों में निजी स्वामित्व वाले एक विशाल क्लब का निर्माण भी शामिल है. इस बीच, उज्जैन के कांग्रेस सांसद ने एक बयान जारी करके आरोप लगाया, ‘जिस मामले में आरोप प्रमाणित नहीं हो सके, उस मामले में ईओडब्ल्यू ने मेरे खिलाफ आरोप पत्र पेश किया है.’ गुड्डू ने कहा, ‘यह आरोप पत्र मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर राजनीतिक कारणों से पेश किया गया, क्योंकि मैं पिछले एक साल से उनकी सरकार के भ्रष्टाचार के प्रमाणित मामले उजागर कर रहा हूं.’