मिस्र के राष्ट्रपति होस्नी मुबारक ने पद नहीं छोड़ने का संकेत देते हुए अपनी सरकार को बर्खास्त कर दिया. इस बीच हजारों प्रदर्शनकारियों ने 30 वर्ष के निरंकुश शासन के खात्मे की मांग को लेकर कर्फ्यू का उल्लंघन कर प्रदर्शन किया.
देर रात्रि टेलीविजन पर दिए अपने संदेश में 82 वर्षीय मुबारक ने पुलिसिया कार्रवाई का विरोध किया. पुलिस ने आंसू गैस के गोले, रबर की गोलियां और पानी के बौछारों का प्रयोग कर प्रदर्शनकारियों पर अंकुश लगाने की कोशिश की.
पिछले तीन दशकों से मिस्र पर शासन कर रहे मुबारक ने अपनी कैबिनेट को इस्तीफा देने को कहा और सुधारों का वादा किया.
उन्होंने कहा, ‘मैंने सरकार से इस्तीफा देने को कहा है और रविवार को नयी सरकार अस्तित्व में आएगी.’ उन्होंने कहा, ‘सुधारों पर हम पीछे नहीं हटेंगे. हम नये कदमों के साथ आगे बढ़ेंगे जो न्यायपालिका की स्वतंत्रता और इसके शासन तथा नागरिकों के लिए और स्वतंत्रता को सुनिश्चित करेगा.’ उनकी घोषणा के बावजूद हजारों प्रदर्शनकारियों ने काहिरा, अलेक्जांद्रिया और सुयेज में कल रात कर्फ्यू का उल्लंघन किया और उन्होंने सड़कों पर उतरकर गश्त कर रहे सैनिकों से भी प्रदर्शन में शामिल होने की अपील की.