मस्तिष्क को मामूली बिजली का झटका देने से लोगों की गणितीय क्षमताओं में छह महीने के लिए वृद्धि की जा सकती है.
‘करेंट बायोलाजी’ में प्रकाशित अनुसंधान के मुताबिक आक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के तंत्रिका वैज्ञानिकों के अनुसार, इस नये शोध से पहली बार यह साबित हुआ है कि मस्तिष्क को मामूली बिजली का झटका (1 एम ए) देने से गणितीय क्षमताओं में सफलतापूर्वक बढ़ोतरी की जा सकती है.इस नये शोध से इससे पहले आक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के डा. कोहेन कदोश और उनकी टीम द्वारा किये गए कार्य को समर्थन मिला है जिसमें कहा गया था कि मस्तिष्क को बिजली का मामूली झटका देकर गणित प्रसंस्करण की अस्थायी क्षति को दूर किया जा सकता है.
इस नये शोध में 20 से 21 वर्ष आयु के 15 छात्र स्वयंसेवकों को शामिल किया गया. इन छात्रों को विभिन्न अंकों को प्रतिनिधित्व वाले चिह्न सिखाये गए. इसके बाद यह देखा गया कि वे इसके आधार पर कितनी जल्द गणितीय पहेलियों को सुलझा लेते हैं.
इसके पश्चात कुछ छात्रों के मस्तिष्क के पिछले हिस्से को दाहिने से बाएं और कुछ को बाएं से दाहिने दिशा में बिजली का मामूली झटका दिया गया. इसके बाद पाया कि कि दाहिने से बाएं की ओर बिजली का झटका पाने वाले छात्रों में गणितीय क्षमता में अभूतपूर्व बढ़ोतरी हो गई जबकि बाएं से दाहिने दिशा में बिजली का झटका पाने वाले छात्रों के गणितीय क्षमता छह वर्ष के बच्चे जैसी हो गई.