कोपनहेगन समझौते और ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन में कटौती की कानूनी रूप से गैर बाध्यकारी योजना पर अपना रुख साफ करने के लिये चारों प्रमुख विकासशील देशों के पर्यावरण मंत्रियों की राजधानी में बैठक होगी.
ब्राजील दक्षिण अफ्रीका भारत और चीन के मंत्रियों की बैठक से पहले आईपीसीसी प्रमुख आर के पचौरी ने उम्मीद जताई कि कल की बैठक से इस साल मेक्सिको में जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर होने वाली शिखर वार्ता में कॉर्बन उत्सर्जन में कटौती को लेकर बाध्यकारी समझौते को लेकर कुछ असर पड़ेगा.
जलवायु परिवर्तन पर बने अंतरसरकारी पैनल (आईपीसीसी) के प्रमुख ने कहा ‘‘कोपनहेगन समझौते पर संतोष कर लेना या इसे यूं ही छोड़ देना काफी नहीं है. बेसिक देशों को इस मुद्दे को नयी दिशा देनी चाहिये.’’ भारत सहित 29 देशों ने कोपनहेगन समझौते पर अपनी सहमति दी थी जबकि छोटे द्वीपीय देशों सहित कई अल्पविकसित देशों ने इसका विरोध किया. बैठक में आगे के विचार विमर्श में इन देशों को भी शामिल किये जाने के तरीके पर चर्चा हो सकती है.