अपने ब्लॉगर राजू पारुलेकर के बयानों से उपजे संदेह के मद्देनजर अन्ना हजारे ने अपना ब्लॉग बंद करने का फैसला किया है. हालांकि अन्ना ने स्वीकार किया है कि उन्होंने कोर कमेटी में बदलाव की बात सोची थी.
अन्ना हजारे ने स्पष्ट किया कि कोर कमेटी में बदलाव की बात सोचना और इस बारे में ठोस निर्णय करना अलग-अलग बातें हैं. उन्होंने कहा कि अगर चिट्ठी पर उनके हस्ताक्षर हैं, तो उसे सही माना जाएगा.
गौरतलब है कि अन्ना हजारे के ब्लॉगर राजू पारुलेकर का कहना है कि अन्ना अपनी कोर कमेटी को फिर से बनाना चाहते थे. राजू का कहना है कि अन्ना अपने वर्तमान सहयोगियों से खुद को अलग करना चाहते थे.
अपने ब्लॉग पर अन्ना की चिट्ठी का हवाला देते हुए राजू ने कहा कि अन्ना ने उन्हें एक चिट्ठी लिखी थी, जिसमें कहा गया है कि कोर कमेटी फिर से बननी चाहिए. राजू ने अपने ब्लॉग पर अन्ना की वो चिट्ठी भी डाली है.
राजू ने दावा किया है कि अन्ना ने लिखा है- 'वे खुद को अरविंद केजरीवाल, किरण बेदी, प्रशांत भूषण से दूर करना चाहते थे.' सच्चाई चाहे जो कुछ भी हो, लेकिन नए आरोपों से टीम अन्ना पर सवाल तो उठते ही हैं.