झारखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने सोमवार को आरोप लगाया कि उन्होंने जब कैदियों के लिए अच्छे भोजन की मांग की तो पुलिसकर्मियों ने उनका हाथ तोड़ दिया.
रांची स्थित राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान में इलाज के लिए स्थानांतरित करते समय कोड़ा ने पत्रकारों से कहा, 'जेल में घटिया भोजन दिया जाता है. मैं भोजन के निरीक्षण के लिए सामान्य वार्ड में गया और विरोधस्वरूप धरने पर बैठ गया. मैं अच्छे भोजन की मांग कर रहा था और पुलिसकर्मियों ने मेरा हाथ तोड़ दिया.'
कोड़ा के समर्थकों ने आरोप लगाया कि पूर्व मुख्यमंत्री को कई दिनों से अच्छा भोजन नहीं दिया जा रहा था. समर्थकों ने कहा कि जेल प्रशासन से शिकायत करने के बाद भी कोड़ा को समय पर भोजन भी नहीं मिलता था. जेल सूत्रों के अनुसार सोमवार को कोड़ा भोजन के लिए सामान्य वार्ड में गए. भोजन के समय वहां उनके पहुंचने पर हंगामा हो गया और बंदियों को तितर बितर करने के लिए पुलिस ने लाठी चार्ज किया.
घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए रांची के उपायुक्त के.के. सोआं ने कहा, 'उच्च श्रेणी के कैदी (कोड़ा) खराब भोजन के विरोध में सामान्य वार्ड में गये, जहां कैदियों के संघर्ष में उन्हें चोटें आईं. कोड़ा कैसे सामान्य वार्ड में पहुंच गए, सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें जाने की इजाजत कैसे दी?'
झारखण्ड के मुख्य सचिव एस.के. चौधरी ने कहा कि इस घटना से वीवीआईपी कैदियों की सुरक्षा पर प्रश्न उठ खड़े हुए हैं. उन्होंने कहा कि मामले की जांच होगी. जबकि राजनीतिक दलों ने इस घटना की निंदा की है. झारखण्ड की बिरसा मुंडा केंद्रीय जेल में एक जगह एकत्र हुए कैदियों को तितर-बितर करने के लिए जेल प्रशासन ने लाठीचार्ज किया, जिसमें झारखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा सहित कई अन्य को चोट आई.
बताया जाता है कि विवाद कोड़ा से मिलने आए लोगों को लेकर शुरू हुआ. लाठीचार्ज में उन्हें भी चोट आई. जेल के एक अधिकारी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया, 'जेल में कैदियों से मिलने आने वालों की संख्या निर्धारित है, लेकिन कोड़ा अधिक लोगों से मिलना चाहते थे. जेल अधिकारियों ने इसकी अनुमति नहीं दी तो वह अपने समर्थकों के साथ लोगों से मिलने जेल के सामान्य वार्ड में चले गए.'
अधिकारी के मुताबिक, कोड़ा और उनके समर्थक वहां आम कैदियों से मिलकर सभी को एकजुट करने लगे. इसके बाद पुलिस ने कैदियों को तितर-बितर करने के लिए लाठी चलाई, जिसमें कोड़ा तथा कई अन्य कैदियों को चोटें आई. सूत्रों के अनुसार, कोड़ा के हाथ की हड्डियां टूट गई हैं. करीब 400 करोड़ रुपये के घोटाले के मामले में कोड़ा नवम्बर, 2009 से जेल में हैं. उन्हें और चार अन्य पूर्व मंत्रियों को जेल के विशेष कक्ष में रखा गया है.